याशिका दत्त के इल्जामों से Made in Heaven 2 के मेकर्स का बचाव करते दिखे अनुराग कश्यप

Update: 2023-08-31 10:54 GMT
मुंबई | हाल ही में रिलीज हुई वेब सीरीज 'मेड इन हेवन 2' विवादों में घिर गई है। दरअसल, दलित लेखिका याशिका दत्त और डिजाइनर तरुण ताहिलियानी ने सीरीज के निर्माताओं पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने बिना उन्हें क्रेडिट दिए कहा था कि सीरीज में उनके काम का गलत इस्तेमाल किया गया है। इसके बाद अनुराग कश्यप मेकर्स के बचाव में आए और याशिका को 'अवसरवादी' बताया। अब याशिका ने अनुराग के कमेंट पर रिएक्ट किया है और अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में डायरेक्टर अलंकृता श्रीवास्तव पर नए आरोप भी लगाए हैं।
दरअसल, अनुराग कश्यप 'मेड इन हेवन 2' के निर्माताओं के बचाव में सामने आए हैं और याशिका दत्त के काम का इस्तेमाल करने या उन्हें उचित श्रेय न देने के विवाद के बीच उन्होंने उन्हें अवसरवादी बताया है। अनुराग ने कहा कि जब कोई उन लोगों पर कटाक्ष करता है या व्यक्तिगत हमला करता है जिनकी उन्हें परवाह है तो वह चुप नहीं बैठते। अनुराग ने याशिका की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा, 'क्या ये वाकई इतना बड़ा मुद्दा है कि कोई इस पर बहस कर सकता है? अगर यह वाकई इतना बड़ा मुद्दा है तो आप सामने वाले पर हमला क्यों कर रहे हैं या यूं कहें कि आप ऐसे मौके की तलाश में थे कि सामने वाले को नीचा दिखाया जा सके।
याशिका ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, "एक एपिसोड पर मंजूरी के मेरे विनम्र अनुरोध के जवाब में, एमआईएच के निर्माताओं ने एक प्रतिकूल बयान दिया और इसे 'भ्रामक' कहा।" क्या यह भी भ्रामक था, जब अलंकृता श्रीवास्तव, जो शो की लेखिका और निर्देशक हैं। उन्होंने 15 जुलाई, 2022 को न्यूयॉर्क में मेरे साथ एक बैठक का अनुरोध किया, जो पांच घंटे तक चली? जहां उन्होंने मुझसे मेरी जिंदगी के बारे में सबकुछ पूछा, लेकिन अपने इरादों के बारे में कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। आगे बताते हुए उन्होंने कहा, 'कहानी की यह विकृति इंडी बॉलीवुड की प्रगतिशील छवि की रक्षा करने के बारे में है क्योंकि वे दलित लोगों के जीवन से कहानियां चुराते हैं, जब वे अपना उचित श्रेय मांगते हैं तो उन्हें चुप करा देते हैं।
इसमें 'मोहरा' भी शामिल है। उन्होंने कहा, 'इन ऊंची जाति की सत्ता संरचनाओं में अपने लिए जगह बनाने के लिए नीरज घायवान के संघर्ष के प्रति मेरे मन में बहुत सम्मान है, लेकिन मैं उनसे कभी नहीं मिली या उन्हें अपनी कहानी नहीं बताई। मेरी मुलाकात अलंकृता श्रीवास्तव से हुई। यह स्थिति हमें एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा कर रही है, जबकि नीरज घेवान को मेरी कहानी चुराने के लिए सार्वजनिक रूप से जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। मुझे उम्मीद है कि यह क्षण एक सबक है कि हमारी कहानियाँ बिना श्रेय या अनुमति के लेने के लिए नहीं हैं। दलित श्रम की यह चोरी अब ख़त्म होती है। जय भीम।
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