अन्नू कपूर ने निकाली भड़ास, बोलें- 'मैं अमिताभ बच्चन या शाहरुख नहीं, रोजी-रोटी के लिए करना पड़ता है'
अगर आप हैंडसम हैं या फिर बतौर हीरो कुछ फिल्में नहीं की हैं तो सब ठीक है’.
अन्नू कपूर (Annu Kapoor) जब भी स्क्रीन पर आते हैं अपने अभिनय के जादू से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर जाते हैं. छोटे-बड़े स्क्रीन के चर्चित कलाकार अन्नू हर भूमिका में कमाल करते हैं, चाहे 'मिस्टर इंडिया' फिल्म रही हो या 'विक्की डोनर' या फिर अंताक्षरी पर आधारित टीवी शो. अन्नू एक बार फिर अमेजन प्राइम वीडियो सीरीज 'क्रैश कोर्स' (Crash Course) से दर्शकों से रुबरू होने वाले हैं. एक्टर ने ओटीटी प्लेटफॉर्म की पॉपुलैरिटी के बारे में बात करते हुए कहा कि जो एक्टर्स छोटे पर्दे पर आने से कतराते थे अब वह भी आने लगे हैं.
अपकमिंग वेब सीरीज 'क्रैश कोर्स' में अन्नू कपूर एक ऐसे निर्दयी बिजनेसमैन के रोल में नजर आएंगे जो कोटा में इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहे छात्रों का जीना मुश्किल बना देता है. हालांकि एक्टर अपनी निजी जिंदगी में ऐसे बिलकुल नहीं हैं. हिंदुस्तान टाइम्स से बात करते हुए वेट्रन एक्टर ने अपने 40 साल के लंबे करियर के बारे में बात करते हुए अपने किरदार और बदल रहे वक्त के बारे में बताया.
अन्नू कपूर IAS बनना चाहते थे
अन्नू कपूर एक मेधावी छात्र रहे हैं. एक्टर ने बताया कि 12वीं की बोर्ड परीक्षा में 93% नंबर मिले थे. मेरी एक्टिंग में कोई दिलचस्पी नहीं थी, मैं तो आईएस बनकर देश की सेवा करना चाहता था. लेकिन मैं इस एंटरटेनमेंट की दुनिया में हूं और उन बेवकूफों में से एक हूं जो अपने काम को बहुत सीरियसली लेते हैं'.
रोटी के लिए बेमन से भी करना पड़ता है काम
अन्नू कपूर ने ओटीटी के बाद एंटरटेनमेंट जगत में आए बदलाव के बारे में बात करते हुए बताया कि 'जो बड़े सितारे पहले टीवी पर आने से कतराते थे अब धड़ल्ले से नजर आते हैं, क्योंकि पैसा मिल रहा है. पैसे के लिए हम सब काम कर रहे हैं. कई बार कॉन्टेंट पसंद नहीं आने पर भी प्रोजेक्ट करने पड़ते हैं. कई बार फ्रस्टेशन भी होता है लेकिन क्या करें रोटी का इंतजाम भी तो करना है. मुझे अपने परिवार की देखभाल भी करनी है. मैं अमिताभ बच्चन या शाहरुख खान तो हूं नहीं. 40 साल बाद भी हूं तो एक छोटा सा संघर्षशील अभिनेता ही. इस देश में किसी को परवाह नहीं है कि आप कितने डेडीकेटेड और टैलेंटेड एक्टर हैं अगर आप हैंडसम हैं या फिर बतौर हीरो कुछ फिल्में नहीं की हैं तो सब ठीक है'.