एनिमल लवर अभिनेत्री जया भट्टाचार्य ने बताया कैसे करती हैं बेजुबानों की मदद
मुंबई: टीवी जगत की सफल अभिनेत्री जया भट्टाचार्य बेजुबानों से खासा लगाव रखती हैं। अभिनेत्री पशु प्रेमी हैं और अक्सर उनकी सेवा करती नजर आती हैं। अभिनेत्री ने हाल ही में इंसानी क्रूरता का शिकार हुए दो महीने के पिल्ले (कुत्ते के बच्चे) की जान बचाई। अभिनेत्री ने आईएएनएस से बातचीत की और बताया कि वह जानवरों की सेवा कैसे करती हैं। इसके साथ ही अभिनेत्री ने पशु क्रूरता के मामलों में न्याय को लेकर भी बात की।
अभिनेत्री ने बताया, “एक पशु कार्यकर्ता होने के अलावा मैं पशु प्रेमी हूं और इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि मैं सभी जीवित प्राणियों, मानव और पशु दोनों के प्रति दया रखने वाली इंसान हूं। हम विपत्ति के समय दूसरों को अकेला नहीं छोड़ सकते। इसके बजाय, हमें मदद का हाथ बढ़ाना चाहिए। यही हमेशा से नजरिया रहा है और हम इस पर कायम रहेंगे।”
अपने प्रयासों के बारे में अभिनेत्री ने बताया, "हम न केवल जानवरों की मदद करते हैं, बल्कि जरूरतमंद इंसानों की भी सहायता करते हैं। चाहे वह स्वास्थ्य सुविधाएं हो या भोजन और आश्रय के लिए फाइनेंशियल मदद, हम इन क्षेत्रों में सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं और ऐसा करना जारी रखेंगे। जानवर भी इंसानों की तरह ही भावनाओं का अनुभव करते हैं। उनकी अपनी भाषा होती है, जिसे हम इंसान पूरी तरह से नहीं समझ पाते, लेकिन वे अपने तरीके से संवाद कर सकते हैं और खुद को अभिव्यक्त कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि जानवर हमारी भावनाओं और कार्यों को समझते हैं। उदाहरण के लिए, अगर आप कुत्ते को प्यार दिखाते हैं, तो वह तुरंत स्नेह से जवाब देगा। उसे लगता है कि आपका कोई नुकसान करने का इरादा नहीं है और वह भी आपके भरोसे का बदला चुकाता है।
जानवरों के प्रति क्रूरता से जुड़े कानून पर अभिनेत्री ने बताया कि पशु क्रूरता से जुड़े कानून पर्याप्त नहीं हैं और इसमें बदलाव की जरुरत है। उन्होंने बताया, “मौजूदा कानूनों में पूरी तरह बदलाव की जरूरत है। आज, कोई व्यक्ति किसी पिल्ले या बिल्ली को नुकसान पहुंचा सकता है, लेकिन कौन जानता है कि कल वह क्या कर सकता है? यह व्यवहार एक गहरे मुद्दे को दर्शाता है जिसे सख्त कानून के साथ लागू करने की जरूरत है।”
अभिनेत्री ने बताया कि जानवरों के प्रति क्रूरता के खिलाफ कानूनों का समर्थन करने के लिए नागरिक क्या कर सकते हैं, उन्होंने कहा, “सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण, मजबूत कानून बनाए जाने चाहिए। दूसरा, यह पहचानना महत्वपूर्ण है कि जानवर का भी घर होता है। उन्हें भगाना, हटाना या फिर उन्हें दूसरी जगह भेजना अनुचित ही नहीं, अमानवीय भी है। ये जानवर अक्सर अपने आस-पास की सुरक्षा के लिए स्वतंत्र सुरक्षा गार्ड की तरह काम करते हैं। उनसे डरने या उन्हें हटाने के बजाय, लोगों को उन्हें खाना खिलाना चाहिए, उनकी देखभाल करनी चाहिए और दिखाना चाहिए कि वे दुश्मन नहीं हैं। अगर आप उनके साथ दयालुता से पेश आते हैं, तो वे आपको कभी नुकसान नहीं पहुंचाएंगे।”
बातचीत के दौरान अभिनेत्री ने व्यक्तिगत अनुभव भी साझा किए, उन्होंने बताया, “जानवर प्यार की भाषा समझता है। एक बार मेरी बेटी जानवर के पास चली गई थी। जानवर ने उसे काटा नहीं; इसके बजाय, वह स्नेह दिखाते हुए हाथ चाटता रहा। यह एक खूबसूरत पल था, जिसने मनुष्यों और जानवरों के बीच आपसी सम्मान और समझ के महत्व को रेखांकित किया। जानवर केवल उकसाए जाने पर ही जवाबी हमला करते हैं, इसलिए उन्हें उकसाना नहीं और उन्हें शांति से जीने देना बहुत जरूरी है।”
अभिनेत्री ने आगे कहा, “मैं इस बात पर जोर देना चाहूंगी कि जानवर कई मायनों में हमारे जैसे ही होते हैं। केवल भाषा ही वास्तविक अंतर है। इस अंतर को पाटने के लिए समझ और भावनाओं का होना ही काफी है।”