अनन्या ने पापा चंकी पांडे को इस अंदाज में किया विश, जैकी ने 100वीं बर्थ एनिवर्सरी पर देव आनंद को यूं किया याद
जैकी ने 100वीं बर्थ एनिवर्सरी पर देव आनंद को यूं किया याद
एक्टर चंकी पांडे आज मंगलवार (26 सितंबर) को अपना 61वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनका असली नाम सुयश पांडे है। चंकी यूं तो आज भी एक्टिंग की दुनिया में एक्टिव हैं, लेकिन उनकी ज्यादातर फिल्में 80-90 के दशक में रिलीज हुई थीं। चंकी को हर तरह की भूमिका निभाने का मौका मिला है, लेकिन उन्हें अपने समकालीन हीरो जितनी शौहरत नहीं मिली। चंकी को लीड रोल से ज्यादा सपोर्टिंग रोल में सराहना मिली।
उनके खाते में ‘तेजाब’, ‘आंखें’, ‘विश्वात्मा’, ‘पाप की दुनिया’, ‘घर का चिराग’ सहित कई हिट फिल्में हैं। चंकी को उनके फैंस सोशल मीडिया पर जन्मदिन की खूब शुभकामनाएं और बधाइयां दे रहे हैं। उनकी बेटी एक्ट्रेस अनन्या पांडे ने उन्हें खास अंदाज में विश किया है। अनन्या ने इंस्टाग्राम पर इंस्टा स्टोरी में कई अनदेखी थ्रोबैक फोटो शेयर की हैं। अनन्या ने पहला वीडियो पोस्ट किया, जिसमें वह काफी छोटी है और पापा के साथ हैं।
अनन्या ने कैप्शन लिखा, 'इतनी कम उम्र में मुझे कैमरे से इंट्रोड्यूस कराने के लिए थैंक्यू। जन्मदिन मुबारक हो पापाति।' अगली फोटो में यंग चंकी छोटी सी अनन्या को गले लगाते दिख रहे हैं। इसके बाद चंकी डाइनिंग टेबल पर बैठे हैं। एक अन्य तस्वीर में चंकी ने चेहरे पर नीला मास्क और हेयरबैंड लगा रखा है। दूसरी तस्वीर में चंकी काउबॉय टोपी पहने हैं और उसके बाद चंकी और उनकी पत्नी भावना की तस्वीर है।
जैकी श्रॉफ को देव आनंद की फिल्म ‘स्वामी दादा’ के साथ मिली थी बॉलीवुड में एंट्री
जैकी श्रॉफ फिल्म इंडस्ट्री के मशहूर एक्टर हैं। जैकी ने कई यादगार भूमिकाओं को अंजाम दिया है। वे बॉलीवुड में एक खास मुकाम हासिल कर चुके हैं। मौजूदा समय में उनका बेटा टाइगर श्रॉफ भी छाया हुआ है। बहरहाल आज मंगलवार (26 सितंबर) को दिग्गज अभिनेता दिवंगत देव आनंद की 100वीं बर्थ एनिवर्सरी है और इस मौके पर जैकी ने उन्हें विशेष तौर से याद किया है।
जैकी ने 'हिंदुस्तान टाइम्स' के साथ बातचीत में बताया कि देव आनंद ने उनकी जिंदगी बना दी। जैकी ने देव आनंद की फिल्म 'स्वामी दादा' में सैकंड लीड एक्टर के रूप में डेब्यू किया था। जैकी ने बताया कि मुझे देखते ही देव साहब ने कहा था कि सुबह-सुबह तुम्हारी तस्वीर देखी और शाम में तुम मेरे सामने खड़े हो। तुम्हें मैं रोल जरूर दूंगा। उन्होंने मेरे लिए इसे बहुत आसान बना दिया। वे कभी भी खाली नहीं बैठते थे और सबके लिए काम करते रहते थे।
मैंने उनके साथ चार फिल्में की हैं और हर प्रोजेक्ट के लिए मुझे 15-30 दिनों तक शूटिंग करने का मौका मिला। मैं देव साहब के साथ उतना ही समय बिता सका, जितना सेट पर होता था क्योंकि वे हमेशा काम करते रहते थे। उनके मन में हर किसी के लिए इतना प्यार था कि आपके पास उस इंसान को प्यार और सम्मान देने के अलावा और कोई विकल्प ही नहीं था। जब भी मैं उनसे अतीत के बारे में बात करता, तो वो बोलते थे कि आगे की सोच। वे पॉजिटिव सोच वाले इंसान थे। देव आनंद मेरे भगवान हैं। मेरी मां मेरे बाल देव साहब जैसे बनाती थी।