शादी के 4 साल बाद ही ऐश्वर्या राय ने बदल दिया था मंगलसूत्र, 45 लाख थी कीमत
इसकी डिजाइन बदलवा दी. बेटी के जन्म के बाद से ऐश्वर्या हैवी ज्वेलरी पहनने से बचती हैं.
ऐश्वर्या राय (Aishwarya Rai) और अभिषेक बच्चन (Abhishek Bachchan) बॉलीवुड की प्यारी जोड़ियों में से एक माने जाते हैं. सदी के महानायक अमिताभ बच्चन और लीजेंड्री एक्ट्रेस जया बच्चन के बेटे की शादी चर्चित शादियों में से एक है. 14 साल पहले हुई शादी में अभिषेक ने 45 लाख की कीमत वाला मंगलसूत्र ऐश्वर्या को पहनाया था, लेकिन एक्ट्रेस ने शादी के 4 साल बाद ही मंगलसूत्र में बदलाव कर दिया था.
सन 2007 में हुई ऐश्वर्या राय और अभिषेक बच्चन की शादी बॉलीवुड की शानदार शादियों में से एक मानी जाती है. ऐश्वर्या की एक झलक पाने के लिए पैपराजी से लेकर फैंस तक बेचैन हो गए थे. ऐश्वर्या के संग पूरे बच्चन फैमिली ने जबरदस्त तैयारी की थी. ऐश्वर्या ने फेमस फैशन डिजाइनर नीता लुल्ला की डिजाइन की हुई प्योर गोल्ड से बनी गोल्डन कांजीवरम साड़ी पहनी थी, जिसकी कीमत उस समय करीब 75 लाख बताई गई थी.
बॉलीवुड एक्ट्रेस ऐश्वर्या राय ने अभिषेक बच्चन से अक्षय तृतीया के दिन ही शादी की थी. इस स्टार कपल की शादी 20 अप्रैल 2007 को पारम्पतिक रीति-रिवाज के साथ हुई थी. अक्षय तृतीया को शादी का अबूझ मुहूर्त माना जाता है. ऐसे में अक्षय तृतीया के दिन बहुत सी शादियां भी होती हैं. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, अक्षय तृतीया के दिन जो जोड़े शादी के बंधन में बंधते हैं उनका बंधन अटूट माना जाता है. अक्षय तृतीया का अर्थ है कभी न खत्म होने वाला.
मिस वर्ल्ड ऐश्वर्या राय अपनी शादी में किसी अप्सरा से कम नहीं लग रही थीं. ऐश्वर्या शादी के बाद अपनी पूरी फैमिली के साथ तिरुपति बालाजी के दर्शन करने गई थी. नई नवेली दुल्हन ऐश्वर्या के मंगलसूत्र पर लोगों की नजरें अटक गई थी. गोल्ड का डबल लेयर का लंबा, डायमंड पेंडेंट वाला मंगलसूत्र उनकी खूबसूरती में और चार चांद लगा रहा था.
ऐश्वर्या राय को कई मौकों पर इसे पहने देखा गया था. लेकिन शादी के चार साल बाद ऐश्वर्या ने इसकी लंबाई छोटी करवा कर सिंगल लेयर करवा दिया और पेंडेंट वही रखा. इसकी वजह थी उनकी बेटी आराध्या बच्चन. मीडिया की खबरों के मुताबिक ऐश्वर्या की बेटी को किसी तरह की दिक्कत का सामना इस मंगलसूत्र से न करना पड़े इसलिए इसकी डिजाइन बदलवा दी. बेटी के जन्म के बाद से ऐश्वर्या हैवी ज्वेलरी पहनने से बचती हैं.