'कश्मीर फाइल्स' के बाद अब श्याम बेनेगल ने रिलीज किया फिल्म 'मुजीब' का पोस्टर
देश में फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को लेकर मचे हल्ले के बीच एक और फिल्म का पोस्टर यहां मुंबई में बिना किसी शोरगुल के लॉन्च कर दिया गया जिसमें मुसलमानों के मुसलमानों से ही दशकों तक पीड़ित रहने की दर्दनाक कहानी है।
देश में फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' को लेकर मचे हल्ले के बीच एक और फिल्म का पोस्टर यहां मुंबई में बिना किसी शोरगुल के लॉन्च कर दिया गया जिसमें मुसलमानों के मुसलमानों से ही दशकों तक पीड़ित रहने की दर्दनाक कहानी है। बांग्लादेश को अलग राष्ट्र बनाने के लिए पूरा जीवन समर्पित रहे और 'बंगबंधु' के नाम से लोकप्रिय नेता शेख मुजीबुर्रहमान पर भारत और बांग्लादेश के सहयोग से बनी यह फिल्म 'मुजीब- द मेकिंग ऑफ ए नेशन' (Mujib: The Making of a Nation) रिलीज के लिए तैयार है। फिल्म का पोस्टर फिल्म के निर्देशक श्याम बेनेगल (Shyam Benegal) ने रिलीज किया। भारत और पाकिस्तान के बंटवारे के बाद पूर्वी पाकिस्तान के लोगों के हित के लिए अनवरत संघर्षरत रहे शेख मुजीबुर्रहमान को पाकिस्तान के सैन्य शासकों ने बहुत प्रताड़ित भी किया और वह आजादी मिलने के बाद से बांग्लादेश बनने तक के समय में बार बार जेल गए। जिंदगी के करीब 11 साल जेल में बिताने वाले शेख मुजीबुर्रहमान को बांग्लादेश का राष्ट्रपिता भी कहा जाता है।
अपने राजनीतिक करियर के शुरुआती दिनों से ही महात्मा गांधी से प्रभावित रहे शेख मुजीबुर्रहमान की उनसे मुलाकात भी हुई। इस मुलाकात ने मुजीब को बहुत प्रभावित किया और उसके बाद वह ताउम्र गरीबों, शोषितों व वंचितों के लिए संघर्ष करते रहे। फिल्म 'मुजीब- द मेकिंग ऑफ ए नेशन' में उनके इसी संघर्ष को और बांग्लादेश को विश्व के नक्शे पर एक नए देश के रूप में उभरने की कहानी दिखाई गई। फिल्म है तो वैसे बायोपिक लेकिन इसमें उस समय के कालखंड और राजनीतिक परिदृश्य को ऐतिहासिक सत्यता के साथ प्रस्तुत करने की निर्देशक श्याम बेनेगल ने पूरी कोशिश की है।
फिल्म 'मुजीब- द मेकिंग ऑफ ए नेशन' (Mujib: The Making of a Nation) का निर्माण भारत के राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम और बांग्लादेश फिल्म विकास निगम ने मिलकर किया है। इस फिल्म का एलान शेख मुजीबुर्रहमान की सौवीं जयंती शुरू होने के मौके पर किया गया और फिल्म के पूरे होने की जानकारी उनकी 102वीं जयंती पर दी गई और इसका पोस्टर रिलीज का गया। इस मौके पर फिल्म के निर्देशक श्याम बेनेगल ने कहा कि शेख मुजीबुर्रहमान जैसी महान शख्सियत के जीवन को परदे पर उतारना आसान काम नहीं था। फिल्म को अपने लिए एक बहुत ही भावुक अनुभव बताते हुए बेनेगल ने कहा कि उन्होंने फिल्म को तथ्यों से बिना छेड़छाड़ किए बनाया है। मुजीब भारत के एक महान दोस्त रहे और बेनेगल ने उम्मीद जताई कि फिल्म का पोस्टर लोगों से संवाद स्थापित करने में जरूर सफल रहेगा।
चर्चित अभिनेता अरिफिन शुवू (Arifin Shuvoo) ने फिल्म 'मुजीब- द मेकिंग ऑफ ए नेशन' (Mujib: The Making of a Nation) में शेख मुजीबुर्रहमान का किरदार निभाया है। फिल्म के पोस्टर लॉन्च के मौके पर उन्होंने कहा, 'मुजीब का किरदार परदे पर निभाना मेरे लिए शुरू से बहुत रोचक अनुभव रहा है। ये किसी सपने के सच होने जैसा है। इस फिल्म का हिस्सा होने और सिनेमा में किवदंती बन चुके श्याम बेनेगल जैसे निर्देशक के निर्देशन में काम करना मेरे लिए बहुत बड़े सम्मान की बात है। ये फिल्म मेरे लिए और मेरे देश के लिए क्या मायने रखती है, ये मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकता। मैं सिर्फ उम्मीद कर सकता हूं कि मैंने इस किरदार के साथ न्याय किया है और फिल्म को देखने वाले मुझसे और मेरे किरदार से उसी तरह का रिश्ता बना सकेंगे जिस तरह से वह 'बंगबंधु' से मोहब्बत करते हैं।'
फिल्म 'मुजीब- द मेकिंग ऑफ ए नेशन' (Mujib: The Making of a Nation) की शूटिंग बीते दो साल के दौरान लगातार चलती रही और फिल्म के प्रोडक्शन का काम बीते साल दिसंबर में पूरा हुआ। बांग्लादेश के लोकप्रिय कलाकार अरिफिन शुवू (Arifin Shuvoo) इस फिल्म में मुजीब बने हैं। उनके अलावा फिल्म में नुसरत इमरोज तिशा, फजलुर रहमान बाबू, चंचल चौधरी और नुसरत फारिया की अहम भूमिकाएं हैं। फिल्म को अतुल तिवारी और शमा जैदी ने मिलकर लिखा है। अभिनेता विकी कौशल के पिता शाम कौशल ने फिल्म में एक्शन निर्देशन का काम किया है। फिल्म के ज्यादातर तकनीशियन भारत के ही हैं, जिनमें सिनेमैटोग्राफ आकाशदीप, वीडियो संपादक असीम सिन्हा, संगीतकार शांतनु मोइत्रा आदि मुख्य रूप से शामिल हैं।