एक्ट्रेस कंगना रनौत ने महिलाओं के लिए बोली यह बड़ी बात...सोसल मिडिया पर शेयर किया VIDEO
बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत खबरों में बनीं रहती हैं. सोशल मीडिया पर वह अपनी बेबाकी राय की वजह से लोगों के दिलों में छा जाती हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत खबरों में बनीं रहती हैं. सोशल मीडिया पर वह अपनी बेबाकी राय की वजह से लोगों के दिलों में छा जाती हैं. कंगना हर मुद्दे पर अपनी राय रखती हैं. सुशांत केस और फिर इसी केस में ड्रग एंगल सामने आने के बाद उन्होंने बॉलीवुड इंडस्ट्री पर निशाना साधा, बीएमसी के साथ विवाद हो, हाथरस या बलरामपुर में रेप केस कंगना सोशल मीडिया पर अपनी राय रखती गईं. हाल ही में उन्होंने देश की सभी लड़कियों और महिलाओं के लिए एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें उन्होंने ये बताने की कोशिश की है कि अगर महिलाएं न डरें तो अकेला आदमी, एक अकेली लड़की पर हावी नहीं हो सकता है.
कंगना रनौत ने एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वह एक लड़की लड़के को पीट रही है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा- 'मुझे पता नहीं कि हुआ क्या? मगर रोज-रोज बलात्कार, मर्डर, लड़कियों के शोषण की खबरों से इतना परेशान हूं कि मैं चाहती हूं की हर लड़की यह देखें, डरो मत ये देखो और सीखो, अगर कोई डराए तो जानों की एक अकेला आदमी एक अकेली लड़की पे हावी नहीं हो सकता, मार-मार के चमड़ी निकाल दो, बहुत
मुझे पता नहीं हुआ क्या मगर रोज़ रोज़ बलात्कार,मर्डर्ज़,लड़कियों के शोषण की खबरों से इतना परेशान हूँ की मैं चाहती हूँ की हर लड़की यह देखे, डरो मत ये देखो और सीखो, अगर कोई डराए तो जानो की एक अकेला आदमी एक अकेली लड़की पे हावी नहीं हो सकता,मार मार के चमड़ी निकल दो, well done girl 👏 https://t.co/BR1W7FnZRN
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) October 14, 2020
कंगना की इस पोस्ट को लोग काफी पसंद कर रहे हैं. कई यूजर्स कह रहे हैं कि वह अपनी बेटियों के अब ऐसा बनने की ही सलाह दे रहे हैं.आपको बता दें कि एक यूजर के वीडियो को भी कंगना ने रिट्वीट किया है, जिसमें बॉलीवुड इंडस्ट्री में काम करने वाले सामान्य लोगों के हालातों को बताया गया है. कंगना ने इस ट्वीट को रिट्वीट किया और लिखा- बॉलीवुड के सभी लकड़बग्घों ने मीडिया पर अटैक किया क्योंकि उन्हें कई प्रकार के नामों से बुलाया लेकिन मैं उनसे पूछना चाहती हूं कि आखिर क्यों जब मजदूरों, महिलाओं और स्टंटमैन्स के साथ अन्याय होता है तो वे ऐसी एकता नहीं दिखाते हैं? ये लोग अपने ह्यूमन राइट्स की डिमांड तो करते हैं लेकिन दूसरों के मानवाधिकारों के लिए चुप हो जाते है |