एक्टर पंकज त्रिपाठी ने अपने फिल्मी सफर को भारतीय क्रिकेट टीम की जीत से जोड़ा... पढ़े पूरी खबर

बॉलीवुड एक्टर पंकज त्रिपाठी ने अपने फिल्मी सफर को 1983 में भारतीय क्रिकेट टीम की जीत से जोड़ा है.

Update: 2021-12-12 12:42 GMT

बॉलीवुड एक्टर पंकज त्रिपाठी ने अपने फिल्मी सफर को 1983 में भारतीय क्रिकेट टीम की जीत से जोड़ा है. वह अपनी यात्रा और 38 साल पहले मिली वर्ल्ड कप की पहली जीत में कई समानताएं देखते हैं. दोनों की ही यात्रा कुछ इस तरह शुरू हुई जिनके सपनों पर ज्यादा लोगों ने भरोसा नहीं किया लेकिन वे चैंपियन बनकर निकले. बिहार के रहने वाले पंकज त्रिपाठी ने साथ ही कहा कि पहले कोई उनके गांव में भरोसा ही नहीं करता था कि वह फिल्मी अभिनेता बन सकते हैं.कपिल देव (Kapil Dev) के नेतृत्व में भारतीय क्रिकेट टीम की 1983 में विश्व कप जीतने की यात्रा पर बनी फिल्म '83' में पंकज भी नजर आने वाले हैं. उस विश्व कप में भारत ने वेस्टइंडिज को फाइनल में हराकर पहली बार विश्व कप ट्रॉफी जीती था. पंकज त्रिपाठी इस फिल्म में पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी और विश्व कप विजेता टीम के प्रबंधक पीआर मान सिंह के किरदार में हैं.

45 वर्षीय अभिनेता पंकज त्रिपाठी ने पीटीआई को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि बिहार के बेलसंड गांव में उनके एक्टर बनने के सपने पर कोई विश्वास नहीं करता था लेकिन क्रिकेट टीम की तरह ही उन्होंने अपना सपना साकार किया. उन्होंने कहा, 'मुझे 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' की 'तुमसे न हो पाएगा' वाली पंक्ति याद है. क्रिकेट टीम और मेरी एक ही तरह की यात्रा रही है. 83 की जो कहानी है और मेरी जो यात्रा है, वह यही है कि दुनिया में अजूबा हो सकता है.'
उन्होंने आगे कहा, 'मैं जहां से आता हूं, वहां जब मैं मेरे गांव में लोगों को कहा करता था कि मैं अभिनेता बनना चाहता हूं तो वे ना केवल हंसते थे बल्कि इस शक में पड़ जाते थे कि मैं पागल हो गया हूं.' त्रिपाठी मौजूदा समय के व्यस्त कलाकारों में से एक हैं लेकिन उन्होंने करीब एक दशक तक संघर्ष किया.
पंकज त्रिपाठी को फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप की 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' की 2012 में आई फिल्म से पहचान मिली और वह 'न्यूटन', 'बरेली की बर्फी', 'गुड़गांव', 'मसान' , 'स्त्री' और सीरीज 'मिर्जापुर' में बेहतरीन अभिनेता साबित हुए.


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