फिल्म 'अनेक' के एक्टर मनोज पाहवा ने किया खुलासा, रिश्तेदार कहते थे- 110 किलो लेकर ऐक्टर बनने चला है
लेकिन जब डेली सोप का कॉन्सेप्ट आया तो मैं फिल्में और कमर्शियल्स करने लगा। वॉन्टेड और सिंह इज किंग जैसी मूवीज भी कीं।'
बॉलिवुड ऐक्टर मनोज पाहवा (Manoj Pahwa)। इन्हें आपने कई फिल्मों और टीवी सीरियल्स में देखा है। सभी में इन्होंने अपने दमदार अभिनय की जबरदस्त छाप छोड़ी है। अभी यह अनुभव सिन्हा (Anubhav Sinha) डायरेक्ट की हुई फिल्म 'अनेक' (Anek) में आयुष्मान खुराना (Ayushmann Khurrana) संग नजर आएंगे। इस फिल्म में वह एक अधिकारी की भूमिका में हैं। आज जहां उनके अभिनय की लोग तारीफ कर रहे हैं। वहीं एक समय ऐसा भी था जब उनकी बॉडी शेमिंग की जाती थी। एक इंटरव्यू में ऐक्टर ने खुलकर बताया है कि जब वह 110 किलो के थे, तब लोग उनसे क्या कहा करते थे।
इंडिया टुडे से हुई खास बातचीत में मनोज पाहवा ने उस वक्त का जिक्र किया, जब उन्होंने ऐक्टर बनने के लिए अपना ही घर छोड़ दिया था। उस वक्त उनका वजन 110 किलो था और रिश्तेदार उनका मजाक उड़ाते थे। उनकी बॉडी शेमिंग करते थे। मनोज ने बताया, 'जब मैं 30 साल का था, जब मैंने अपने पिता का कारोबार छोड़ दिया था और ऐक्टर बनने की चाह में मुंबई शिफ्ट हो गया था। इस वक्त हालांकि मेरी शादी हो चुकी थी और मेरे दो बच्चे भी थे। उस वक्त परिवार की जिम्मेदारी थी। रिश्तेदार कहते थे कि मुझ पर किसी ने जादूटोना कर दिया है और मैं 110 किलो ओवरवेट हूं और ऊपर से ऐक्टर बनना चाहता हूं।' हालांकि उन्हें इन सब बातों से कोई फर्क नहीं पड़ा। उनको खुद पर भरोसा था कि वह कुछ जरूर करेंगे।
जब मनोज पाहवा ने 15 साल टीवी किया था
मनोज पहवा ने आगे बताया कि जब वह इंडस्ट्री में आए तब उस वक्त टीवी की लहर तेज थी, जैसे आज के वक्त में वेब सीरीज की है। 'टीवी उस समय अच्छा काम कर रहा है। कई तरह के शोज आते थे। हम उस वक्त बस अच्छा काम करना चाह रहे थे। कभी ये नहीं सोचकर आए थे कि सिर्फ फिल्में ही करनी है।' मनोज पाहवा को कभी भी टीवी करने की वजह से कोई डर नहीं था लेकिन जब उन्होंने फिल्में करनी शुरू कीं, तो वह जरूर परेशान हो गए थे। 'मैं सच कहूं तो मुझे कभी भी मुंबई आने के बाद दिक्कतों का सामना करना नहीं पड़ा। लेकिन हां मेरे कुछ दोस्त थे जिन्होंने मुझसे कहा कि मैं टीवी न करूं क्योंकि वहां कुछ टाइकास्ट हैं, जिनका मुझे सामना करना होगा। कहा गया कि तुम टीवी पर ओवरएक्सपोज्ड हो जाओगे। लेकिन इस बात का मुझे कोई फर्क नहीं पड़ा। मैंने 15 साल तक टीवी किया और कुछ फिल्में भी की। मुझे कुछ टिपिकल फिल्मों के ऑफर्स भी मिले जैसे कि 'हीरो का दोस्त' कॉमेडी टाइप्स। लेकिन मैंने कई सारे रिजेक्ट कर दिए। हालांकि मैं अपने काम से खुश था। लेकिन जब डेली सोप का कॉन्सेप्ट आया तो मैं फिल्में और कमर्शियल्स करने लगा। वॉन्टेड और सिंह इज किंग जैसी मूवीज भी कीं।'