एक्टर गोविंदा ने अपने भांजे पर लगाया गंभीर आरोप, आवेश में बोले- मेरी इमेज खराब...
बॉलीवुड के पॉपुलर एक्टर रहे गोविंदा का कहना है कि कोई उनके भांजे कृष्णा अभिषेक को उनके खिलाफ भड़का रहा है. कृष्णा और गोविंदा के बीच पिछले कई सालों से लड़ाई चली आ रही है. दोनों ही कपिल शर्मा के शो पर साथ में एक मंच पर दिखने से कई बार मना कर चुके हैं. अब गोविंदा ने एक बार फिर कृष्णा के बारे में बात की है. गोविंदा का कहना है कि कृष्णा अभिषेक अच्छे लड़के हैं, जिन्हें कोई गलत रास्ता दिखा रहा है. गोविंदा ने ये भी कहा कि उन्हें ऐसा लगता है कि कहीं उन्हें कृष्णा के करियर को सपोर्ट करने की सजा तो नहीं मिल रही. क्योंकि इंडस्ट्री में नेपोटिज्म को लेकर बहुत सी बार ऐसा ही होता है.
गोविंदा ने कहा, ''मुझे नहीं पता उससे ये कौन करवा रहा है, वरना वो अच्छा लड़का है. वो ना सिर्फ मजाक उड़ाता है बल्कि ऐसा करके वो पब्लिक में मेरी इमेज भी खराब कर रहा है. उसके पीछे कोई भी हो लेकिन हमें तो ऐसा करता हुआ वो ही दिख रहा है.'' उन्होंने आगे कहा, ''देखिए मैं भी नेपोटिज्म का विक्टिम रहा हूं. यह वो समय था जब मुझे काम मिलना बंद हो गया था. मैंने अमिताभ बच्चन को भी स्ट्रगल करते देखा है. वो स्टेज पर आते थे और इंडस्ट्री के लोग उन्हें देखकर चले जाते थे. मुझे नहीं पता कि क्या मुझे उसके करियर को सपोर्ट करने की सजा मिल रही है. उन्होंने उसे आजाद कर दिया लेकिन मुझे पकड़ लिया.''
पिछले साल गोविंदा ने कृष्णा अभिषेक संग जुड़े अपने विवाद पर बयान जारी करते हुए कहा था कि उन्हें इस बारे में पब्लिक में बात करना पसंद नहीं है. अपने इस बयान में गोविंदा ने कहा था कि उन्होंने सुना कि उनके एक शो में आने की बात से कृष्णा ने परफॉर्म नहीं किया और उन्होंने मेरे साथ अपने रिश्ते पर भी बात की, उनकी बात में कई मानहानिकारक कमेंट थे और उन बातों का कोई तुक नहीं है.
गोविंदा का कहना ये भी था कि कृष्णा अभिषेक और उनकी पत्नी कश्मीरा शाह ने मीडिया में उनके खिलाफ काफी कुछ बोला है. उन्होंने अपने बयान में कहा, ''मैं अपने इस बयान से ऐलान करना चाहता हूं कि मैं दूरी बनाकर रखूंगा और जो लोग मुझे पसंद नहीं करते वो भी दूरी बनाए रखें.'' गोविंदा ने ये भी कहा था कि परिवारों में आपसी मतभेद होते रहते हैं लेकिन मीडिया में उसके बारे में बात करने से बड़ी दिक्कतें खड़ी हो सकती हैं, जिन्हें सुलझाया नहीं जा सकता. मैं सबसे ज्यादा गलत समझा जाने वाला व्यक्ति हूं, तो ऐसा ही सही. मेरी स्वर्गीय मां हमेशा कहती थीं - नेकी कर दरिया में डाल. मैं यही करना चाहता हूं.