एक्टर को मिल गई जमानत, POCSO के बावजूद इन वजहों से मिल गई राहत
उसका कोई आपराधिक इतिहास नहीं है. उसका स्थायी पता है और वह जांच में सहयोग करने के लिए किसी भी शर्त का पालन करने के लिए तैयार है.
पर्ल वी पूरी (Pearl V Puri) मामलें में नागिन एक्टर को जमानत मिलने के बाद कई लोगों के द्वारा यह सवाल उठाया जा रहा है कि POCSO के तहत करवाई होने के बावजूद पर्ल को इतनी आसानी से जमानत पर कैसे रिहा कर दिया गया. Tv9 भारतवर्ष के हाथ लगी कोर्ट आर्डर की कॉपी के जरिए यह जानकारी मिल रही है कि पर्ल वी पुरी को जमानत दी गई है. कोर्ट आर्डर के मुताबिक, पर्ल के वकील ने कोर्ट में पेश की हुई जमानत की अर्जी में लिखा था, जमानत की अर्जी करने वाला 30 वर्ष का युवक है. उसका कोई आपराधिक इतिहास नहीं है. उसका स्थायी पता है और वह जांच में सहयोग करने के लिए किसी भी शर्त का पालन करने के लिए तैयार है.
दोनों पक्ष की तरफ से की गई दलीलों के बाद पर्ल की मेरिट पर जमानत की अर्जी मंजूर की गई, कोर्ट ने जारी किए इस अध्यादेश में लिखा गया है कि आवेदक (Bail Applicant) के खिलाफ लगाए गए आरोप काफी अस्थिर हैं. वह 30 साल का युवक है. जिसने हाल ही में अपने पिता को खो (Father Died Recently) दिया है और उनकी मां का कैंसर (Mother Is Suffering From Cancer) का इलाज चल रहा है. वह अपने परिवार में अकेला कमाने वाला है और उसकी मां की देखभाल करने वाला कोई नहीं है.
एक्टर को मिल गई जमानत
कोर्ट आर्डर में आगे लिखा है कि इस पूरे मामलें में जांच की अवधि और रिकॉर्ड में पेश किए गए कागजात को ध्यान में रखते हुए यह स्पष्ट हुआ है कि यह जांच पूरी लगभग पूरी हो गई है और चार्जशीट दाखिल करने की औपचारिकता बाकी है. आवेदक से इस बारें में जरुरी पूछताछ हो गई है. इसलिए आगे की जांच के लिए आरोपी को हिरासत में रहने की आवश्यकता नहीं होगी. आवेदक का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है. जमानत मिलने पर वह किसी भी शर्त को मानने के लिए तैयार है. आरोपों को और उनकी जांच को देखते हुए, अदालत इस नतीजे पर पहुंची है कि आवेदक को कुछ शर्तें लगाकर जमानत पर रिहा किया जा सकता है.
बच्ची के स्टेटमेंट में पाई गई कुछ कमियां
पर्ल के मामलें में लड़की की मां का बयान और बच्ची के स्टेटमेंट्स में पाएं गई कमियां उनकी जमानत के पीछे अहम् कारण साबित हुए हैं. उनके वकील ने अपनी आर्गुमेंट में कहा था कि इस पूरे मामलें के पीछे पीड़िता के माता-पिता के बीच बिगड़े संबंध हैं. आरोपी पीड़िता की मां का सहकलाकार था. वह पीड़िता को जानते थे. अब तक यानी 24/09/2019 को रिपोर्ट दर्ज करने के बाद से जांच अधिकारियों ने संबंधित गवाहों के बयान दर्ज किए हैं. जिसमें पीड़िता की मां का बयान बेहद जरूरी है.
मां ने किया इस बात से इनकार
पीड़िता की मां ने इस बात से इनकार किया है कि उनकी बेटी के साथ शूटिंग स्थल पर ऐसी कोई घटना हुई है. मां के साथ साथ पीड़िता के केयर टेकर का बयान भी दर्ज है. उन्होंने भी इस बात से इनकार किया है कि पीड़िता के साथ किसी भी समय ऐसी कोई घटना हुई थी. इन गवाहों के बयान और नौकरानी के बयान से पता चलता है कि पीड़िता के माता-पिता के बीच विवाद चरम पर पहुंच गया था. पीड़िता के पिता बच्चे को जबरदस्ती अपने साथ ले गए थे.
बच्ची ने नहीं लिया है आरोपी का नाम
अपनी दलीलों में पर्ल के वकील ने इस पहलू पर जोर दिया है कि रिपोर्ट अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ दर्ज की गई है, हालांकि पीड़िता ने आरोपी को रणवीर भैया के रूप में पहचाना था लेकिन वह उनके किरदार का नाम था. ऐसी परिस्थितियों में या तो यह गलत पहचान का मामला हो सकता है.