एक नाटक ने बदला नजरिया, पहले नवाजुद्दीन सिद्दीकी मनोज बाजपेयी को नहीं देते थे महत्व

Update: 2023-05-21 05:56 GMT

मनोरंजन: नवाजुद्दीन सिद्दीकी और मनोज बाजपेयी  दोनों ही फिल्म इंडस्ट्री का जाना -माना चेहरा है. एक्टर्स इन दिनों अपनी फिल्म 'जोगिरा सा रा रा' के प्रमोशन में बिजी हैं. वहीं हाल ही में नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने मनोज बाजपेयी से जुड़ा एक पुराना किस्सा शेयर किया था. फिल्म निर्माता अनुराग कश्यप की गैंग्स ऑफ वासेपुर में आने से पहले नवाजुद्दीन सिद्दीकी एक नाटक पर काम करते हुए मनोज बाजपेयी से मिले थे, जिसमें वे अजीबोगरीब भूमिकाएं निभा रहे थे. इसका नाम था एक पेड़ और एक कोआला. नवाज़ुद्दीन ने इंटरव्यू के दौरान बताया कि, मनोज ने नाटक मुख्य भूमिका निभाई थी, जबकि उन्होंने और विजय राज ने पेड़ों की भूमिका निभाई थी.

एक इंटरव्यू में, नवाजुद्दीन ने खुलासा किया कि यह नाटक 1994 में शेखर कपूर की फिल्म बैंडिट क्वीन के साथ मनोज बाजपेयी के आने से बहुत पहले हुआ था. फिल्म देखने के बाद ही नवाज को पता चला कि मनोज कितने टैलेंटेड हैं. “मैंने मनोज भाई के साथ एक नाटक किया था. उससे पहले वो इतने मशहूर नहीं थे. वह थिएटर सर्किट में लोकप्रिय थे. मुझे उस नाटक में एक हिस्सा मिला और पता चला कि मुख्य भूमिका मनोज बाजपेयी ने निभाई थी. उसके बाद उन्हें बैंडिट क्वीन मिली और तब मुझे पता चला कि मनोज बाजपेयी कौन हैं! पहले तो ऐवेन्यी ले रहे थे हम उनको.''

नटखट थे मनोज बाजपेयी

नवाज़ुद्दीन ने नाटक में उनके समय की एक मज़ेदार कहानी सुनाई और कहा कि द फैमिली मैन स्टार नटखट था. “विजय राज और मैं ढाई घंटे पेड़ की तरह खड़े रहते थे! और मनोज भाई इतने नटखट थे, वे एक कोआला की भूमिका निभा रहे थे और मंच पर एक जंगल बना दिया गया था - जहां आदमी पेड़ होंगे. तो, कोआला के रूप में, वह आ सकता था और खुद को खरोंच सकता था और हमें गुदगुदी महसूस होती थी लेकिन हम हंस भी नहीं सकते थे.

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