'चिराग' की रोशनी का सवाल
स्व. रामविलास पासवान की लोकजन शक्ति पार्टी में चाचा-भतीजे के बीच जो युद्ध चल रहा है
आदित्य चोपड़ा| स्व. रामविलास पासवान की लोकजन शक्ति पार्टी में चाचा-भतीजे के बीच जो युद्ध चल रहा है वह राजनीति के खानदानी जायदाद बन जाने के फूहड़ प्रदर्शन के अलावा और कुछ नहीं कहा जा सकता। भारत का यह दुर्भाग्य ही कहा जायेगा कि पिछले तीस साल से देश में जिस प्रकार की राजनीति का उदय हुआ है उसे 'नव राजवंश' पद्धति का प्रतिष्ठान ही कहा जायेगा। इसके साथ ही जिस प्रकार इन नये राजवंशों ने जातिगत आधार पर अपना वोट बैंक बना कर राजनीतिक कद तैयार किया है उससे सियासत का लगातार कबायलीकरण भी हुआ है। अतः ऐसे राजनीतिक दलों में जब विरासत की लड़ाई चलती है तो उसका स्वरूप पूर्णतः कबीलों की लड़ाई की तर्ज पर नजर आता है। लोकतन्त्र में दरअसल इस प्रकार की राजनीति एक बीमारी है जिसका निराकरण केवल मतदाता ही कर सकते हैं, बशर्ते उनके सामने कोई ठोस विकल्प हो।