अपनी मेहनत से केबीसी में करिश्मा कर दिखाने वाले पंकज कुमार
छत्तीसगढ़ के रहने वाले पंकज
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। छत्तीसगढ़ के रहने वाले पंकज (Pankaj Kumar) ने सोनी टीवी के क्विज रियलिटी शो 'कौन बनेगा करोड़पति 13' (Kaun Banega Crorepati 13) में शानदार प्रदर्शन करते हुए 12 लाख 40 हजार रुपए जीते. पंकज अपनी इस सफलता से काफी खुश हैं. पंकज ने कहा कि जब से उनका प्रोमो टीवी पर दिखाया गया, तब से उन्हें और उनके माता-पिता को सभी जान पहचान के लोग फोन करके मुबारकबाद दे रहे हैं. अपनी मेहनत से केबीसी में करिश्मा कर दिखाने वाले पंकज कुमार का यहां तक का सफर काफी मुश्किलों भरा रहा है.
पंकज को हड्डियों की ऐसी बीमारी है, जो काफी दुर्लभ है. इस बीमारी का कोई ऐसा इलाज नहीं है, जिससे वह पूरी तरह से ठीक हो सकें, लेकिन ऐसी हालत में भी पंकज ने हार नहीं मानी. 12वीं के बाद उनकी पढ़ाई रुक गई थी, लेकिन उन्होंने एक नई शुरुआत करते हुए ग्रेजुएशन पूरी की. केबीसी 13 में मिलने वाले सम्मान के लिए पंकज ने इस शो में आने के लिए हर मुमकिन कोशिश की. पंकज का हॉट सीट पर बैठना, उनके मां पापा का सपना था, जो उन्होंने पूरा करके दिखाया.
पंकज को जो देते थे ताने, उनके कड़वे बोल हुए बंद
हमेशा मुस्कुराने वाले पंकज मायूस तब होते हैं, जब वह उनके आस पास के लोगों को उनके माता-पिता को ताने कसते हुए देखते हैं. उनकी टिप्पणियों से पंकज के माता-पिता के चेहरे पर नजर आने वाला दुख उन्हें परेशान करता है. लेकिन पंकज का कहना है कि उनके केबीसी में आने के बाद उनके माता-पिता को भला बुरा कहने वाले सभी लोगों का मुंह बंद हो गया है. जहां एक तरफ सभी शुभचिंतकों के उन्हें कॉल आ रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ उन्हें और उनके माता-पिता को ताने देने वाले लोगों ने उन्हें एक भी कॉल नहीं किया है. हालांकि, अब उनकी तरह से आने वाले ताने और कड़वे बोल बिल्कुल बंद हो गए हैं.
माता-पिता को अमिताभ बच्चन ने दिया हौसला
पंकज ने अमिताभ बच्चन से कहा कि वह उनके माता-पिता से कहें कि वह उनकी चिंता न करें. पंकज के माता-पिता को हमेशा यह चिंता सताती रहती है कि उनके पश्चात बीमार पंकज का कैसे गुजरा होगा. लेकिन अमिताभ बच्चन ने उनको हौसला देते हुए कहा कि उनका बेटा काफी ज्यादा होशियार है और वह सही दिशा में आगे बढ़ेगा.
नौकरी के साथ दुकान चलाना चाहते हैं पंकज
पंकज अपनी बीमारी की वजह से ऑनलाइन जॉब ढूंढ रहे हैं और अपनी नौकरी के साथ-साथ वह एक ग्रोसरी शॉप भी खोलना चाहते हैं. उन्हें इस बात का ज्ञान है कि उनकी बीमारी की वजह से उन्हें कोई ऐसी नौकरी करनी चाहिए जहां वह एक जगह बैठकर कम कर पाएं. इसी के साथ-साथ वह एक दुकान के रूप में एक छोटे व्यवसाय की भी शुरुआत करना चाहते हैं.