आपदा में अच्छा सिनेमा
लंबे इंतजार के बाद बीते सोमवार को 67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा हुई तो माहौल में खुशी के साथ-साथ थोड़ी राहत और भावुकता भी पगी हुई थी।
लंबे इंतजार के बाद बीते सोमवार को 67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा हुई तो माहौल में खुशी के साथ-साथ थोड़ी राहत और भावुकता भी पगी हुई थी। विजेताओं और उनके फैंस के बीच खुशी और चूक गए कलाकारों और उनके प्रशंसकों के बीच हल्की सी मायूसी ऐसे मौके पर हर बार देखने को मिलती है। इस बार खास बात यह रही कि इस पुरस्कार समारोह के आगे और पीछे दोनों तरफ कोरोना वायरस के खौफ का साया पसरा नजर आया। इन पुरस्कारों की घोषणा 3 मई 2020 को होनी थी लेकिन कोरोना के कहर को देखते हुए खामोशी से इसे एक साल के लिए आगे बढ़ा दिया गया। तय हुआ कि 2021 में मई के पहले सप्ताह में दोनों वर्षों के पुरस्कारों की घोषणा एक साथ कर दी जाएगी। मगर कोरोना के नए मामले काफी नीचे चले जाने के बाद दोबारा तेजी से बढ़ने लगे हैं। इसकी दूसरी लहर आधिकारिक तौर पर घोषित हो चुकी है।