केंद्र सरकार ने चुनाव प्रक्रिया में और सुधार लाने के मकसद से चुनाव आयोग की सिफारिश पर मतदाताओं के आधार कार्ड को मतदाता पहचान पत्र की आईडी से जोड़ कर देश में फर्जी वोटर कार्ड से होने वाली धांधली रोकने के लिए अच्छा प्रयास करने बारे सोचा है। लोकतंत्र को मजबूती प्रदान करने के लिए चुनाव सुधार जरूरी हैं। लेकिन यह सुधार तभी कामयाब हो सकते हैं जब देश का हरेक नागरिक इसमें अपना शत-प्रतिशत सहयोग दे। वोटर कार्ड और आधार के लिए यह शर्त जरूरी की जाती है कि आधार कार्ड स्थानीय पते का ही हो या फिर जिनके आधार कार्ड स्थानीय पते के नहीं हैं तो वे मतदान नहीं कर सकेंगे, पर ऐसा होने से तो लाखों लोग मतदान से वंचित रह जाएंगे। मोदी सरकार और चुनाव आयोग को इस पर फिर से विचार-विमर्श करना चाहिए।
-राजेश कुमार चौहान, सुजानपुर टीहरा