ढंग से काम करो या फिर कच्चे अंडे खाओ, अजीबोगरीब नियम

दुनिया के अलग-अलग देशों में नौकरी और वर्किंग कल्चर को लेकर अपने नियम कानून होते हैं.

Update: 2022-08-24 08:53 GMT

दुनिया के अलग-अलग देशों में नौकरी और वर्किंग कल्चर को लेकर अपने नियम कानून होते हैं. कहीं पर ये संतुलित होते हैं तो कहीं पर कर्मचारियों के ऊपर इतना दबाव डाला जाता है कि उनकी नौकरी सज़ा बनकर रह जाती है. ऐसे कड़े नियमों का नाम आते ही सबसे पहला नाम जिस देश का आता है, वो चीन है. यहां पर कर्मचारियों की अजीबोगरीब सज़ाओं से जुड़े हुए वीडियो अक्सर वायरल होते रहते हैं. इस वक्त भी चाइनीज़ कंपनी की ओर से कर्मचारियों को दी जाने वाली अजीबोगरीब सज़ा सुर्खियों में है.

चीन के कॉर्पोरेट कल्चर से जुड़ी हुई एक खबर इस वक्त सुर्खियां बटोर रही है. यहां एक खास कंपनी की अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतरने वाले कर्मचारियों को कच्चे अंडे सज़ा के तौर पर खाने होते हैं, अगर उन्होंने इससे मना किया तो उन्हें अपनी नौकरी से भी हाथ धोना पड़ सकता है. ये कॉन्ट्रोवर्शियल सज़ा कर्मचारियों को उनका टार्गेट पूरा करने पर मजबूर करेगी.
ढंग से काम करो या फिर कच्चे अंडे खाओ
चीन में मौजूद Zhengzhou टेक्नोलॉजी कंपनी को लेकर एक इंटर्न ने अपना एक्सपीरियंस सोशल मीडिया पर शेयर किया है. उसने बताया है कि कंपनी के अंदर कर्मचारियों के लिए अजीब नियम हैं. अगर कोई वक्त पर अपना टार्गेट पूरा नहीं कर पाता और कंपनी की अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतरता तो उसे कच्चे अंडे खाने पड़ते हैं. इंटर्न ने बताया कि इंटर्नशिप के दौरान जब उसने ऐसा करने से मना किया तो मैनेजमेंट ने उसे इंटर्नशिप खत्म करने पर मजबूर किया. उसने ये भी बताया कुछ कर्मचारियों को अंडे खाने में उल्टी भी आ जाती है लेकिन इससे मैनेजमेंट को कोई फर्क नहीं पड़ता. यहां तक कि इस पर सवाल करते ही एच आर का सीधा सवाल होता है – कौन सा कानून कच्चे अंडे खाने से रोकता है?
सोशल मीडिया पर हुई जमकर आलोचना
जब से चीनी सोशल मीडिया पर इस बारे में पता चला है लोग कंपनी पर भड़के हुए हैं. ज्यादातर लोगों का कहना है कि ये अमानवीय व्यवहार है और कच्चे अंडे खाने से शरीर को तमाम नुकसान भी होते हैं. मामला प्रकाश में आने के बाद जिनशुई ज़िले के लेबर इंस्पेक्शन ब्रिगेड ने मामले की जांच शुरू कर दी है लेकिन कानूनी कार्रवाई के लिए उन्हें इस गवाही भी ज्यादा सबूत की ज़रूरत होगी. चूंकि ये बयान भी एक इंटर्न का है, ऐसे में इसे कर्मचारी की टेस्टीमोनी नहीं मानी जा सकती है. वहीं कंपनी के मैनेजमेंट का कहना है कि कर्मचारी ही सेल्स प्रोसेस के लिए ज़िम्मेदार होता हैं, ऐसे में इनाम और सज़ा भी इसी का हिस्सा है.


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