पानी में क्यों तैरती रहती है बर्फ, आर्कमिडीज के सिद्धांत में बताई गई वजह
पानी (Water) देखते ही उसमें कंकड़ फेंकना या सिक्के फेंकना आम बात है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पानी (Water) देखते ही उसमें कंकड़ फेंकना या सिक्के फेंकना आम बात है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि पानी में फेंका गया छोटा सा कंकड़ भी सतह पर पल भर के लिए ठहर नहीं पाता और डूब जाता है. जबकि गिलास में डली आइस क्यूब्स (Ice Cubs) से लेकर दुनिया के ठंडे इलाकों में नदी-समुद्रों की सतह पर टनों वजनी बर्फ (Heavy Ice) आसानी से तैरती रहती है. इसके पीछे एक खास कारण है, जो बर्फ को पानी में डूबने नहीं देता है.
डूबने-तैरने के पीछे ये है वजह
कोई भी चीज पानी में तैरेगी या डूबेगी यह इस बात पर निर्भर करता है कि उस चीज का घनत्व कितना है. यह नियम आर्किमिडिज के सिद्धांत पर काम करता है. यदि वस्तु की डेंसिटी उसके द्वारा घेरे जाने वाले क्षेत्रफल की तुलना में ज्यादा है तो वह डूब जाएगी. वहीं कम है तो तैरती रहेगी. ठोस चीजों का घनत्व (Density) ज्यादा होता है, इस कारण उनका वजन भी ज्यादा होता है. लिहाजा पानी में डालते ही वे डूब जाती हैं.
बर्फ से ज्यादा घनत्व है पानी का
इस मामले में बर्फ की बात करें तो पानी का घनत्व बर्फ से ज्यादा होता है इसलिए वजनी से वजनी बर्फ भी पानी की सतह पर आसानी से तैरती रहती है. बर्फ का घनत्व पानी की तुलना में 9 फीसदी कम होता है.