करोड़ों की संपत्ति: दादी ने पोती को बनाया संपत्ति का वारिस, फिर जो हुआ...
नई दिल्ली: जिस पिता ने अपनी बेटी को 13 साल की उम्र में ही छोड़ दिया था, वह अब बेटी से उसकी संपत्ति में अपना हिस्सा मांगने लगा. दरअसल, एक महिला ने खुलासा किया है कि उसकी दादी ने दुनिया को अलविदा कहने से पहले अपनी सारी जायदाद (करीब डेढ़ करोड़ रुपये की) उसके नाम कर दी. ये बात जब उसके पिता को पता चली तो वह जायदाद में हिस्सा लेने का दबाव बनाने लगा. इस बारे में महिला ने Reddit पर अपनी कहानी शेयर की है.
महिला ने अपने नाम का खुलासा किए बिना सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म Reddit पर बताया कि दादी ने निधन से पहले अपनी सारी जायदाद मेरे नाम कर दी. दादी ने अपने बेटे (यानी महिला के पिता) के लिए एक डॉलर (करीब 74 रुपये) के अलावा कुछ नहीं छोड़ा.
दूसरी महिला के लिए बेटी को छोड़ दिया था!
'मिरर यूके' के मुताबिक, महिला ने बताया कि उसके पिता ने एक अन्य महिला के लिए परिवार को छोड़ दिया था. उस वक्त वह महज 13 साल की थी. बकौल महिला- "जब मैं 13 साल की थी, मेरी मां को पता चला कि मेरे पिता का अफेयर चल रहा है और वो दूसरी महिला के साथ रह रहे हैं. वो महिला प्रेग्नेंट थी. पिता ने कबूल किया कि वह दूसरी महिला से प्यार करते हैं और मेरी मां को छोड़ना चाहते हैं."
मां से तलाक के बाद पिता ने हमारे साथ संबंध बनाए रखने का प्रयास किया, लेकिन अंततः उनका नया परिवार 'उनकी प्राथमिकता' बन गया और हम मुसीबतों में जीवन बसर करने लगे. इस बीच हम दूसरे शहर में शिफ्ट हो गए और दादा-दादी व मां के साथ रहने लगे.
दादी ने डेढ़ करोड़ की जायदाद दान की
महिला ने आगे बताया कि मेरी दादी, मेरे पिता की मां थी. वह मुझे बहुत प्यार करती थी और अपने बेटे के रवैये को लेकर निराश थी. लेकिन दुर्भाग्य से पिछले साल वो कैंसर का शिकार हो गईं और बाद में उनकी मौत हो गई. मौत से पहले उन्होंने अपनी 2 हजार डॉलर (डेढ़ करोड़) संपत्ति अपने बेटे के बजाय मेरे नाम कर दी ताकि भविष्य में मुझे आर्थिक दिक्कत ना हो.
जब इस बात का पता महिला के पिता को चला तो उसने उससे संपर्क किया और जायदाद में अपना हिस्सा मांगने लगा. यही नहीं पिता की दूसरी पत्नी और उसके बच्चे भी महिला को फोन कर जायदाद की मांग कर रहे हैं. इससे महिला काफी परेशान हो गई.
हालांकि, बाद में महिला के पिता ने अपने व्यवहार के लिए माफ़ी मांगी और कहा कि वह बहुत तनाव में था क्योंकि वह कर्ज में था. कर्ज चुकाने के लिए उसने जायदाद में हिस्सा मांगा था. लेकिन अब वह ऐसा नहीं करेगा.