एक ही नदी में बहता है 5 रंगों का पानी, तस्वीरें देख चौक जाएगे आप भी

आपने आसमान में बारिश के बार सात रंगों का इंद्रधनुष ज़रूर देखा होगा. ये सुंदर नज़ारा थोड़ी देर के लिए ही सही, लेकिन मन मोह लेता है. लेकिन क्या आपको पता है कि हमारी धरती पर एक बहता हुआ इंद्रधनुष भी मौजूद है, हालांकि इसमें 7 नहीं बल्कि 5 रंग हैं.

Update: 2022-06-20 03:47 GMT

आपने आसमान में बारिश के बार सात रंगों का इंद्रधनुष (Liquid Rainbow in Columbia) ज़रूर देखा होगा. ये सुंदर नज़ारा थोड़ी देर के लिए ही सही, लेकिन मन मोह लेता है. लेकिन क्या आपको पता है कि हमारी धरती पर एक बहता हुआ इंद्रधनुष भी मौजूद है, हालांकि इसमें 7 नहीं बल्कि 5 रंग हैं. Fake Vs Real सीरीज़ में आपको आज बताएंगे पांच रंगों वाली इसी नदी के बारे में, जिसकी तस्वीरें फोटोशॉप्ड लगती हैं.

धरती पर मौजूद कुछ ऐसी कुदरती चीज़ें हैं, जो अपनी आश्चर्यजनक खूबसूरती की वजह से दिखने में नकली लगती हैं. एक ऐसी नदी है, जिसमें बहने वाला पानी कुल 5 रंगों का है. ये बात सुनकर आप भी हैरान हो रहे होंगे, लेकिन कम से कम नदी को देखकर ऐसा ही लगता है. कुदरत के इस नायाब नमूने को देखने के लिए दुनिया भर से लोग दक्षिणी अमेरिकी महाद्वीप के कोलंबिया देश में पहुंचते हैं.

कोलंबिया में बहने वाली इस सुंदर नदी का नाम कैनो क्रिस्टल्स (Cano Cristales) है. नदी की खूबसूरती की वजह से ही इसे दैवीय बगीचा भी कहा जाता है. कैनो क्रिस्टल्स नदी सिर्फ कोलंबिया ही नहीं बल्कि दुनिया भर के लोगों को अपनी अनोखी खासियत से हैरान कर देती है. दरअसल नदी में पांच अलग-अलग रंगों का पानी बहता है. ये रंग हैं- पीला, हरा, लाल, काला और नीला रंग. पचरंगी पानी की वजह से नदी को रिवर ऑफ फाइव कलर्स (River of Five Colors) भी कहा जाता है और इस इंद्रधनुषी पानी को लिक्विड रेनबो (Liquid Rainbow) भी कहते हैं.

नदी को देखने में ऐसा लगता है मानो पेंटिंग पैलेट पर रंग तैर रहे हैं. इस नदी को दुनिया की सबसे सुंदर नदी माना गया है. इसका निखरा हुआ रूप देखने के लिए जून से लेकर नवंबर के बीच सैलानी कोलंबिया पहुंचते हैं. नदी के पानी का रंग बदलने के पीछे एक अनोखी वजह है. दरअसल जादू नदी के पानी में नहीं, इसमें उगने वाले एक खास पौधे मैकेरेनिया क्लेविगरा में है. इस पौधे की वजह से ही ऐसा लगता है कि जैसे पूरी नदी ही रंगों से भरी है. पानी की तलहटी में मौजूद पौधे पर सूरज की रोशनी पड़ते ही पानी लाल रंग का हो जाता है. धीमी और तेज़ रोशनी के हिसाब से पौधे की अलग-अलग आभा पानी के रंग पर झलकती रहती है.


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