वर्जिन और अविवाहित शख्स ने प्राइवेट पार्ट में डाला 2 मीटर लंबा धागा, वजह जानकर डॉक्टरों के भी उड़ गए होश
शख्स ने प्राइवेट पार्ट में डाला 2 मीटर लंबा धागा
लोग अक्सर अंजाने में या फिर जानबूझकर शरीर के साथ कुछ ऐसा कर जाते हैं जिससे उनको काफी नुकासन होता है. लोग अपने शरीर के बारे में ध्यान नहीं देते और अजीबोगरीब हरकतें करने से उनपर बुरा असर पड़ता है. हाल ही में इंडोनेशिया (Indonesia man insert thread) के एक शख्स ने भी अपनी बॉडी के साथ ऐसा ही खिलवाड़ किया. उसने अपने प्राइवेट पार्ट में एक 2 मीटर लंबा नायलोन (Man insert thread in private part) का धागा डाल लिया. ऐसा करने के पीछे की जो वजह है वो बेहद हैरान करने वाली है.
डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक 37 साल के एक शख्स ने बेहद हैरान करने वाली हरकत को अंजाम दिया है. रिपोर्ट के अनुसार शख्स वर्जिन और अविवाहित (Virgin-Unmarried man insert thread in private part) है और अपनी मानसिक रूप से बीमार मां के साथ रहता है. एडल्ट वीडियोज देखने के दौरान उसने अपने प्राइवेट पार्ट में 2 मीटर लंबा नायलोन का धागा डाल लिया जिसके बाद उसकी मुश्किलें बढ़ गईं.
प्राइवेट पार्ट में डाला 2 मीटर लंबा धागा
शख्स ने बताया कि वो अकेले में बिताए प्राइवेट मोमेंट को और बेहतर बनाने के लिए और लिंग को ज्यादा वक्त तक इरेक्ट रखने के लिए ऐसा कर रहा था. उसे अचानक बेहिसाब दर्द मेहसूस हुआ तब उसे अस्पताल ले जाया गया. उसने संकोच के कारण डॉक्टरों को सच नहीं बताया और कहा कि उसके पेट के निचले हिस्से में दर्द हो रहा है. जब डॉक्टरों ने चेक किया तो पाया कि प्राइवेट पार्ट में 2 मीटर तक लंबा धागा (Man insert 2 meter long thread in private part) डला हुआ है. डॉक्टरों ने बताया कि धागे को रिकवर करने के कुछ दिन बाद जाकर शख्स पूरी तरह से ठीक हो पाया है.
प्राइवेट पार्ट में कुछ भी डालना होता है खतरनाक
रिपोर्ट के अनुसार डॉक्टरों ने बताया कि शख्स ने चूंकि कभी संबंध नहीं बनाए, ना ही किसी तरह के एडल्ट एक्ट को एक्सपीरियंस किया इसलिए उसके अंदर ऐसा इन चीजों के प्रति ऐसा रवैया था. डॉक्टरों ने बताया कि उसे ऑब्सेसिव कंप्लसिव डिसऑर्डर है. रिसर्चर्स के अनुसार जो मरीज अपने प्राइवेट पार्ट में बाहरी चीजें डालते हैं उन्हें यूटीआई, स्टोन या फिर कैंसर जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं. प्राइवेट पार्ट के अंदर कुछ भी डालने से घाव हो सकता है और ज्यादा ब्लीडिंग के चलते इंसान की जान भी खतरे में आ सकती है. डॉक्टरों ने ये भी बताया कि शरीर के अंदर इस तरह कुछ भी डालना असल में एक किस्म का पागलपन या साइकैट्रिक इशू है.