इस रेलवे स्टेशन का नहीं है कोई नाम, वजह जानकर रह जाएंगे हैरान

भारतीय रेल एशिया का दूसरा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है

Update: 2021-05-16 06:06 GMT

भारतीय रेल एशिया का दूसरा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है. इतना ही नहीं एकल सरकारी स्वामित्व के मामले में भारतीय रेल विश्व का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है. हमारे देश में लगभग 8000 से ज्यादा रेलवे स्टेशन के करीब है.


देशभर में ऐसे कई ऐसे स्टेशन ऐसे है जो काफी मशहूर है तो वहीं कई ऐसे जो किसी ना किसी कारण हमेशा से ही चर्चा का विषय रहे हैं. आज हम आपको एक ऐसे ही रेलवे स्टेशन के बारे में बताने जा रहे हैं. जिसकी अपनी कोई पहचान ही नहीं है. इस स्टेशन का कोई नाम नहीं है.

झगड़े के कारण रेलवे ने हटा दिया रेलवे ने नाम
जी हां, बिल्कुल सही पढ़ा आपने एक ऐसा स्टेशन जिसका कोई नाम नहीं है. हम बात कर रहे हैं पश्चिम बंगाल के आद्रा रेलवे डिवीजन में पड़ने वाले बेनाम रेलवे स्टेशन की. बांकुरा-मैसग्राम रेल लाइन पर स्थित यह स्टेशन दो गांवों रैना और रैनागढ़ के बीच में पड़ता है.





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ये स्टेशन अपने शुरुआती दिनों में रैनागढ़ के नाम से जाना जाता था. लेकिन रैना गांव के लोगों ने इसका विरोध किया और वे अपने गांव के नाम से इस स्टेशन का नामकरण करने की मांग करने लगे. इसको ले कर दोनों गांव के लोगों में झगड़ा शुरू हो गया. यह मामला जब मामला रेलवे बोर्ड के पास पहुंचा और झगड़ा सुलझाने के लिए रेलवे ने स्टेशन के साइनबोर्ड से स्टेशन का नाम हटा दिया.

जिस कारण बाहर से आने वाले यात्रियों का काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. नाम न होने के कारण यात्रियों को दूसरे लोगों से इसके बारे में पूछना पड़ता है. स्टेशन का अपना कोई नाम नहीं होने के वजह से यात्रियों को बहुत परेशानी होती है. हालांकि रेलवे अभी भी स्टेशन के लिए टिकट इसके पुराने नाम रैनागढ़ से ही जारी करती है.


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