इन्होंने YouTube से सीखा 'केसर' की खेती, अब महीने की कमाई जानकर हो जाएंगे हैरान

आपने कुमार दुष्यंत की कविता की ये पंक्ति ‘कौनकहता है कि

Update: 2021-02-16 15:25 GMT

आपने कुमार दुष्यंत की कविता की ये पंक्ति 'कौनकहता है कि आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों,' तो जरूर सुनी होगी ये लाइनें हरियाणा के नवीन और प्रवीण नाम के दोनों भाइयों पर एकदम सटीक बैठती है. ये बात हम इसलिए कह रहे क्योंकि इन भाइयों ने दुनिया के सबसे महंगे मसालों में से एक 'केसर' की खेती अपनी छत पर ही शुरू कर दी है. दुनिया के सबसे मंहगे मसाले की खेती अपने घर की छत पर करके इन दोनों भाइयों ने सभी को चौंका दिया है, क्योंकि अभी तक हमारे देश में केसर की खेती जम्मू-कश्मीर में ही की जाती थी.


इन किसानों भाइयों ने ठंडे माहौल की फसल केसर (saffron) को लू और धूलभरे वातावरण में उगा कर लगभग 6 से 9 लाख रुपये का मुनाफा कमाया है. कश्मीर की इस फसल को हरियाणा में तैयार करने का ये तरीका उन्होंने यू-ट्यूब से सीखा है. लॉकडाउन के दौरान इन किसानों ने ऐयरोफोनिक पद्धति का इस्तेमाल कर ये करिश्मा दिखाया है. इन दोनों ने केसर की खेती के लिए सबसे पहले अपनी नौकरी छोड़ी. इसके बाद दोनों भाइयों ने इस फसल से जुड़ी सारी जानकारी यूट्यूब से हासिल की और फिर नवीन और प्रवीण कश्मीर निकल गए. कश्मीर जाकर उन्होंने सबसे पहले खेती से जुड़ी सारी चीजों को समझा और फिर वहीं से केसर के बीज को खरीदकर लाए ताकि उसे हरियाणा में उगा सकें.
ये काम उनके लिए काफी मुश्किल था क्योंकि हरियाणा का मौसम उनकी सारी प्लानिंग खराब कर सकता था. ऐसे में किसान भाइयों ने हर छोटी-बड़ी चीज़ का ख्याल रखा और पौधों के अनुरूप वातावरण तैयार किया.अपने पहले प्रयास के दौरान नवीन और प्रवीण ने 100 किलो से भी ज्यादा की खेती, जिसमें से करीब डेढ़ किलो केसर की पैदावार हुई. इस फसल को लेकर जब दोनों भाई बाजार गए तो पता चला कि केसर ढाई से तीन लाख रुपए किलो बिक रही है. जिस कारण उन्हें लाखों का फायदा हुआ. इसके बाद तो उनका हौसला सीधा सातवें आसमान पर पहुंच गया और फिर दोनों भाइयों ने इसी काम को अपना प्रोफेशन बना लिया और आज के समय में लाखों रुपये कमा रहे हैं.


Tags:    

Similar News

-->