इन बच्चों ने छोटी सी उम्र में पढ़ाया इंसानियत का पाठ, देखें वीडियो

Update: 2022-07-24 10:00 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क।   अगर आप बहुत कम उम्र में अपने बच्चों को दया और विनम्रता सिखाते हैं, तो जाहिर है कि ये सीख उनके साथ पूरी जिंदगी रहेगी. यकीनन आपके मन में यह सवाल उठ रहा होगा कि, हम अचानक इस बारे में क्यों बात कर रहे हैं. दरअसल, इन दिनों सोशल मीडिया पर बच्चों का एक दिल छू लेने वाला वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में बच्चे क्लास रूम में बैठकर काइंडनेस और पब्लिक ट्रांसपोर्ट के एटिकेट्स सीखते हुए नजर आ रहे हैं. यह वीडियो इतना प्यारा और सीख देने वाला है कि महज़ एक दिन में ही 2.8 मिलियन से ज्यादा लोग इसे देख सोशल मिडिया पर देख चुके हैं. तो चलिए देखते हैं आखिर इस वीडियो में इतना खास है क्या.

इन बच्चों ने छोटी सी उम्र में पढ़ाया इंसानियत का पाठ

इंटरनेट पर एक ऐसा वीडियो वायरल हो रहा है, जिसे यकीनन आपको बार-बार देखने का मन करेगा. दरअसल, 27 सेकंड की इस छोटी सी क्लिप में छोटे बच्चों का एक ग्रुप अपनी क्लासरूम में बस का सिनेरियो क्रिएट करते हुए नजर आ रहा है. वीडियो में आप देख सकते हैं कि एक छोटा सा बच्चा गाड़ी चला रहा है और बाकी बच्चे यात्रियों की तरह बिहेव कर रहे हैं. वीडियो में आगे जो हुआ वो आपका दिल छू लेगा.
आप देख सकते हैं कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट एटिकेट सिखाते हुए इन बच्चों के वीडियो में पहले एक बुजुर्ग व्यक्ति के रोल में बच्चा, क्लास रूम के अंदर घुसता है, जिसे देखकर एक यात्री.यानि बच्चा अपनी कुर्सी से उठकर उन्हें बैठने को कहता है. उसके बाद बस में जरूरतमंद यात्रियों को दया भाव कैसे दिखाया जाना चाहिए इसके और भी उदाहरण देखने को मिले. इसके बाद बस में प्रेगनेंट लेडी पहुंचती है, जिसे देखकर एक यात्री अपनी कुर्सी खाली कर देता है. बच्चों का यह क्यूट वीडियो इंटरनेट लोगों का दिल जीत रहा है.
नेटिजंस बोले- 'बच्चों को ये शिक्षा देने वाले टीचर्स के लिए तालियां'
वायरल हो रहे इस वीडियो को Figen नाम के अकाउंट से ट्विटर पर शेयर किया है. वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, 'ये बेहतरीन शिक्षा है'. इंटरनेट पर इस प्यारे से वीडियो को देखकर नेटिजंस बच्चों की और उनके टीचर्स की जमकर तारीफ कर रहे हैं. एक इंटरनेट यूजर ने कमेंट बॉक्स पर लिखा, 'इस वीडियो में नजर आ रहे बच्चे और उनके टीचर्स के लिए तालियां', तो दूसरे ने लिखा, 'ब्यूटीफुल'. एक ने इसे अमेजिंग बताया, तो एक ने लिखा कि यह शिक्षा बच्चों को घर पर बचपन से ही मिलनी चाहिए.
Tags:    

Similar News

-->