कपूर के अधिक इस्तेमाल से हो सकते हैं ये 5 बड़े नुकसान, जानिए क्या क्या ?

होंठ हो सकते हैं ड्राई: कपूर के तेल को होंठों पर अधिक लगाने से होंठ बेहद ड्राई हो सकते हैं. कपूर का इस्तेमाल त्वचा की सूजन को दूर करने के लिए किया जाता है,

Update: 2022-08-24 12:51 GMT

होंठ हो सकते हैं ड्राई: कपूर के तेल को होंठों पर अधिक लगाने से होंठ बेहद ड्राई हो सकते हैं. कपूर का इस्तेमाल त्वचा की सूजन को दूर करने के लिए किया जाता है, लेकिन यह तीव्र रूप से होंठ को सूखा भी कर सकता है. होंठों की त्वचा छिलने और फटने लगती है. कपूर से यदि किसी भी तरह की एलर्जी हो या फिर होंठों के सूखेपन का इलाज करने के लिए डॉक्टर से जरूर संपर्क करना चाहिए.

स्किन रैशेज बढ़ाए: कपूर को डायरेक्ट त्वचा पर लगाने से बचना चाहिए. इसके अधिक इस्तेमाल से त्वचा पर लाली, रैशेज, लाल चकत्ते हो सकते हैं. ये चकत्ते कभी-कभी दर्दनाक और खुजलीदार हो सकते हैं. ऐसे में आप घर पर इस तरह के चकत्ते के कारण होने वाली खुजली, दर्द को आसानी से ठीक नहीं कर सकते हैं.
कपूर से हो सकता है एक्जिमा: एक्जिमा त्वचा से संबंधित एक समस्या है, जो कई बार कपूर का तेल लगाने से भी हो सकता है. एक्जिमा अत्यधिक त्वचा के सूखने, आंखों के आसपास सूजन, और चेहरे की त्वचा के अन्य कोमल टिशूज, दर्द, जलन, और परतदार जैसे लक्षण नज़र आते हैं. यह एक गंभीर त्वचा की स्थिति है, जिसका इलाज घर पर नहीं किया जा सकता है. कपूर को खाया नहीं जाता है और ना ही जली, कटी और छिली त्वचा पर कपूर लगाना चाहिए. खासकर, एक्जिमा होने पर तो इसके तेल का इस्तेमाल बिल्कुल भी स्किन पर नहीं करना चाहिए.
पार्किंसंस में ना करें यूज: कपूर पार्किंसंस रोग वाले लोगों के लिए बेहद हानिकारक साबित हो सकता है. इससे न्यूरोनल क्षति हो सकती है.
प्रेग्नेंसी में ना करें इस्तेमाल कपूर: ब्रेस्टफीड करा रही हैं या प्रेग्नेंट हैं, तो आप कपूर से दूर ही रहें. यह प्लेसेंटा द्वारा अवशोषित होकर गर्भ में पल रहे भ्रूण को न्यूरोलॉजिकल और शारीरिक क्षति पहुंचा सकता है. यह स्किन क्रैक्स के जरिए आसानी से अवशोषित हो सकता है और स्तनपान कराने वाली मांओं के दूध तक पहुंच सकता है. बच्चों और शिशुओं को कपूर से दूर रखना चाहिए. 


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