दुनिया की सबसे खराब जेल, जिसे चलाते हैं क्रिमिनल्स, रेपिस्ट को पूल में दी जाती है फांसी
जरा हटके: साउथ अमेरिकी देश बोलीविया में दुनिया की सबसे खराब जेल है. यह जेल देश की राजधाली ला पाज़ में स्थित है. जेल का नाम ‘सैन पेड्रो जेल’ है. इस जेल के बारे में हैरान कर देने वाली बात यह है कि उसमें कोई गार्ड नहीं है. जेल को उसमें कैद क्रिमिनल्स ही चलाते हैं, वे अपना इंसाफ खुद करते हैं. अभी इस जेल में लगभग तीन हजार कैदी हैं.
डेलीस्टार की रिपोर्ट के अनुसार, कुछ मामले में क्रिमिनल्स की फैमिली भी जेल में उनके साथ रहती हैं, क्योंकि यह अफवाह है कि उनके साथी और बच्चे बाहर रहने की बजाय जेल के अंदर अधिक सुरक्षित हैं. जेल के अंदर कैदियों की एक ‘काउंसिल’ है, जो नियम बनाती है, जिसमें सजा के भी रूल्स भी शामिल हैं.
बलात्कारियों और बच्चों से छेड़छाड़ करने वालों के साथ कथित तौर पर जेल में जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ व्यवहार किया जाता है, जिसमें चाकू मारना सबसे आम सजा है. लेखक रस्टी यंग के अनुसार, जब कोई यौन अपराधी जेल में आता है, तो भीड़ इकट्ठा हो जाती है और उसे गलियारे से ले जाती है. अपराधी को बिजली का झटका दिया जा सकता है, चाकू मारा जा सकता है या पीट-पीटकर मार डाला जा सकता है. जेल में एक भयानक स्विमिंग पूल भी है. जिसका उपयोग कई फांसी में किया गया है, जहां कैदी मरते हुए क्रिमिनल के लिए एक साथ बैंड बजाते हैं.
लेखक रस्टी यंग ने रिश्वत देकर जेल में प्रवेश किया और अपनी बुक ‘मार्चिंग पाउडर’ को पब्लिश करने से पहले 4 महीने तक वहां रहे, जो कैदी थॉमस मैकफैडेन की कहानी पर आधारित थी. थॉमस मैकफैडेन एक ड्रग तस्कर था. इसने सैन
उन्होंने बताया कि कैदी अपनी सेल खरीदते हैं या किराए पर देते हैं. प्रत्येक को शून्य से 5.5 स्टार तक की रेटिंग दी जाती है. यदि कोई कैदी कमरा नहीं खरीद पाता है, तो उसकी मृत्यु भी हो सकती है, क्योंकि बाहर खून को जमा देने वाली ठंड पड़ती है. बाहर से किसी भी अन्य जेल की तरह दिखने के बावजूद, अंदर नाई की दुकानें, रेस्टोरेंट, क्लासेज, चर्च और कई छोटे व्यवसाय होने के कारण यह काफी अलग है.
सेल की खिड़कियों पर कोई गार्ड या धातु की सलाखें नहीं हैं और कैदियों को जेल के अंदर काम करके अपनी सेल का भुगतान करना पड़ता है. जेल में कैदियों के लिए बढ़ईगीरी, कपड़े धोना और बूट पॉलिश करना जैसी नौकरियां हैं, जिसने पैसा कमा कर कैदी अपने कमरों का किराया देते हैं.