दशकों से झील के नीचे था गांव, दबे हैं 160 से ज्यादा घर, जानें इस जगह के बारे में
दशकों से झील के नीचे था गांव
इन दिनों इटली (Italy) में स्थित रेसिया झील (Resia Lake) लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गई है. यह झील अपने बर्फीले पानी के बीच मौजूद 14वीं शताब्दी के एक चर्च (Church) की मीनार के लिए प्रसिद्ध है. लेकिन फिलहाल यहां एक खोया हुआ गांव (Village Curon) मिला है, जिसके बाद से लोग इसके बारे में जानकर काफी हैरान हैं.
रेसिया झील (Lake Resia) टायरॉल (Tyrol) के अल्पाइन क्षेत्र में स्थित है. यह वहां की सबसे मशहूर आर्टिफिशियल झीलों (Artificial Lake) में से एक है. इसका पानी बर्फीला है और उसके बीच में 14वीं शताब्दी के एक चर्च की मीनार है.
टायरॉल (Tyrol) नामक जगह ऑस्ट्रिया (Austria) और स्विट्जरलैंड (Switzerland) की सीमा में है. रिपोर्ट के मुताबिक, जब कई वर्षों बाद इसकी मरम्मत का काम शुरू हुआ तो उसके पानी को अस्थायी रूप से सुखाया गया. तब लोगों को जलमग्न गांव की तस्वीरें देखने को मिलीं. लेक रेसिया (Lake Resia) को जर्मन (German) में रेसचेन्सी (Reschensi) नाम से भी जाना जाता है.
रिपोर्ट के अनुसार, साल 1950 में झील में समाने से पहले क्यूरॉन नाम का गांव (Village Curon) कई हजार लोगों का घर हुआ करता था. एक हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्लांट (Hydroelectric Plant) बनाने के लिए सरकार ने 71 साल पहले एक बांध का निर्माण करवाया था, जिसके लिए दो झीलों को मिलाकर एक झील बना दिया गया था.
1950 में गांव के निवासियों की आपत्ति के बावजूद भी अधिकारियों ने एक बांध बनाने और पास की 2 झीलों को मिलाने का फैसला किया था. उसी समय यह गांव पानी की गहराई में खो गया था. इस वजह से 160 से ज्यादा घर उसी झील में जलमग्न हो गए थे. कुछ लोग आस-पास घर बनाकर रहने लगे थे लेकिन क्यूरॉन गांव (Village Curon) पूरी तरह से गायब हो गया था.
यह झील गर्मियों में हाइकर्स (Hikers Destination) की पसंदीदा जगह है. सर्दियों में इसके जम जाने पर यहां आने वाले लोग झील पर चलकर चर्च के शिखर तक पहुंचते हैं. इस क्षेत्र में रहने वाले लोगों की पहली भाषा जर्मन