होशियारों के बीच बना 'बेवकूफ' ब्रांड, होटलों के अजीबोगरीब नाम बने इस शहर की पहचान
कोई अगर किसी क बेवकूफ कह दे तो वो शख्स आग बबूला हो जाता है। खुद के लिए बेवकूफ शब्द सुन कर उसका गुस्सा सातवें आसमान पर होता है। लेकिन इस देश में एक ऐसा शहर है जहां के लोगों को बेवकूफ शब्द से बहुत ज्यादा प्यार (Love) है। इन्हें बेवकूफ शब्द इतना पसंद है कि इनकी रोजी-रोटी भी इसी शब्द से चलती हैं। जी हां! हैरान ना होइए, दरअसल झारखंड (Jharkhand) के गिरिडीह (Giridih) में बेवकूफ नाम से इतने होटल हैं कि यहां 'बेवकूफ' शब्द एक ब्रांड बन गया है।
इन होटल को देखकर तो आप एक पल के लिए ये भी सोचने को मजबूर हो जाएंगे कि एक ही नाम के इतने होटल क्यों हैं? जैसे- बेवकूफ, बेवकूफ नंबर-1, न्यू बेवकूफ होटल ऐसे ही कई होटल गिरिडीह के मुख्य चौक पर हैं। दरअसल इस नाम से होटलों के नाम रखने की वजह ये है कि 50 साल पहले बेवकूफ नाम से एक होटल खुला था जो काफी अच्छा चला था। फिर क्या था सबमें इस नाम की होड़ मच गई और शहर में दर्जनों होटल बेवकूफ नाम से खुल गए। सबसे पहले बेवकूफ नाम से खुले होटल के मालिक 70 साल के बीरबल प्रसाद हैं, जिन्होंने करीब 50 साल पहले इस नाम से होटल खोला था। अब उन्हें ही देख देख कर सब इसी राह पर चलने लगे। वहीं कहते हैं कि इस एक बार इस होटल में कुछ स्कूली छात्र आए थे, जिन्होंने खाना खाया और बिना पैसे दिए ही चल दिए। उसके बाद जब होटल के मालिक को इस बारे में पता चला तो उन्होंने कहा कि छात्र उन्हें बेवकूफ बना कर चले गए। फिर उन्होंने इसी नाराजगी और गुस्से में अपने होटल का नाम बेवकूफ होटल रख दिया। लेकिन अब शहर में जगह-जगह पर बेवकूफ नाम से कई होटल मिल जाएंगे।