चूहे की वो प्रजाति जिससे डरते है शेर और हाथी! जानिए कहां पाए जाते है?

Update: 2021-03-10 10:37 GMT

किसी से पूछिए कि सबसे बड़े कान वाला जानवर कौन सा है, तो जवाब आएगा- हाथी. सही भी है. जमीन पर मौजूद जीवों में हाथी के कान सबसे बड़े होते हैं. लेकिन ये सच नहीं है. अगर शरीर की तुलना में कान का नापा जाए तो चूहे की प्रजाति का एक जीव है जिसके कानों का आकार हाथी को इस मामले में पीछे छोड़ देता है. आइए जानते हैं कि चूहे जैसे इस जीव के कान कैसे इतने बड़े है कि हाथी और शेर जैसे जीव भी इससे हार गए. 

न्यूयॉर्क सिटी स्थित अमेरिकन म्यूजियम ऑफ नेचुरल हिस्ट्री की जीव विज्ञानी मैरी एलेन होल्डेन ने कहा कि सही बात है कि अफ्रीकन हाथी के कान दुनिया में मौजूद सभी जीवों के कान से बड़े हैं. लेकिन जब बात आती है शरीर के आकार में कान के बड़े होने का तब एक छोटा सा चूहा इसमें बाजी मार लेता है. 
मैरी एलेन होल्डेन ने बताया कि इस चूहे जैसे जीव का नाम है लॉन्ग ईयर्ड जर्बोआ (Long Eared Jerboa). ये रात में घूमने वाला, कीड़ों को खाने वाला जीव है. ये चूहों की प्रजाति से ही संबंधित जीव है. आमतौर पर यह जीव चीन और मंगोलिया में पाया जाता है. 
लॉन्ग ईयर्ड जर्बोआ (Long Eared Jerboa) की पूरी लंबाई 4 इंच यानी 10 सेंटीमीटर के आसपास होती है. इसमें पूंछ शामिल नहीं है. जबकि इसके कान 1.5 से 2 इंच (3.8 से 5 सेंटीमीटर) लंबी होती है. यानी अपने शरीर की तुलना में उसके कान 40 से 50 फीसदी लंबे होते हैं.
मैरी एलेन होल्डेन ने बताया कि ये जीवों की दुनिया में शरीर के आकार की तुलना में सबसे बड़े कान है. जबकि अफ्रीकन हाथी के कान की औसत लंबाई 4 फीट (1.20 मीटर) के आसपास होती है. जो कि उसके शरीर की तुलना में सिर्फ 17 फीसदी ही होती है. अफ्रीकन हाथी की लंबाई 20 से 25 फीट (6 से 7.5 मीटर) होती है.
साल 2007 में जूओलॉजिकल सोसाइटी ऑफ लंदन के साइंटिस्ट ने जब मंगोलिया के गोबी रेगिस्तान में दौरा किया तो उन्होंने वहां रात की रिकॉर्डिंग के लिए कैमरा लगाया. इस कैमरे में लॉन्ग ईयर्ड जर्बोआ (Long Eared Jerboa) की तस्वीरें और वीडियो रिकॉर्ड हुए. कंजरवेशन बायोलॉजिस्ट जोनाथन बैइली ने वीडियो देखने के बाद कहा कि रेगिस्तान में मिकी माउस आ गया है. 
अब सवाल ये उठता है कि आखिर लॉन्ग ईयर्ड जर्बोआ (Long Eared Jerboa) के इतने लंबे कान क्यों हैं? गर्म और सूखे इलाकों में रहने वाले स्तनधारी जीवों को गर्मी से निजात पाने के लिए ऐसे कान प्रकृति देती है. इन जीवों में शामिल हैं अफ्रीकन हाथी, फेन्नेक लोमड़ी और लॉन्ग ईयर्ड जर्बोआ (Long Eared Jerboa). मैरी एलेन होल्डेन ने कहा कि ये जीव अपने कानों के जरिए गर्मी में खुद को ठंडा रखते हैं.
मैरी बताती हैं कि इनके कान बड़े और पतले होते हैं. इनके अंदर बेहद पतली खून की नलियां होती हैं. जब खून इनके कान की इन नलियों से बहता है तो वो सारी गर्मी इन कानों के जरिए बाहर रिलीज कर देता है. इससे इन जीवों का शरीर ठंडा रहता है. हाथी भी इसलिए गर्मियों में अपने कान ज्यादा हिलाता है ताकि हवा में गर्मी छोड़ सके और शरीर को ठंडा रख सके.
मैरी ने बताया कि जब इन जीवों को ज्यादा गर्मी लगती है तब इनके कानों में मौजूद खून की नलियां फैलने लगती हैं. ये ज्यादा गर्मी बाहर रिलीज करती है. जब रात में ठंडक होती है तो नसें सिकुड़ जाती हैं ताकि गर्मी शरीर में स्टोर रहे और उन्हें ठंड न लगे. 
मैरी एलेन होल्डेन कहती हैं कि ज्यादातर लोग इस बात से सहमत होंगे कि बड़े कान गर्म पर्यावरण वाले इलाकों से संबंधित हैं. अगर अफ्रीकन और एशियन हाथी को देखें तो अफ्रीका के हाथियों का कान बड़ा होता है. जबकि एशियन हाथी के कान छोटे होते हैं. एशियन हाथियों के कान उनके शरीर की तुलना में सिर्फ 8 फीसदी लंबे होते हैं.


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