जरा हटके: सविता और सुचिता नायडू जन्म से जुड़वां बहनें थीं, लेकिन बड़े होते ही उनके बीच का रिश्ता बदल गया. अब वे आपस में भाई-बहन हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि उनमें से एक सविता ट्रांसजेंडर है और वह खुद को पुरुष मानती है. वहीं, सुचिता मिस इंग्लैंड कॉम्पिटिशन में प्रतियोगी है. अब उनकी इस शॉकिंग कहानी ने लोगों को हैरानी में डाल दिया है.
डेलीमेल की रिपोर्ट के अनुसार, सविता अब साव नाम से जानी जाती है. साव ने बताया, ‘उसकी बहन को बचपन से बार्बी, मेकअप और फैशन में रूचि थी. लेकिन मुझे एक्शन फिगर, सुपरहीरो और कारें पसंदी थीं. मेरा पसंदीदा कलर ब्लू था, जबकि सचिता को पिंक कलर पसंद था. मुझे बचपन में माता-पिता टॉमबॉय बुलाते थे.’ अब साव बिल्कुल पुरुषों की तरह रहते हैं, उन्होंने अपने बाल भी छोटे करवा लिए हैं और पुरुषों वाले कपड़े पहनती है.
वहीं, उनकी बहन सुचिता नायडू हाई हील और छोटी, तंग पोशाकों में इधर-उधर घूमती है. इस महीने की शुरुआत में, सुचिता मिस इंग्लैंड की ‘मेक-अप-फ्री’ हीट में फाइनलिस्ट थीं. उनका कहना है कि ब्यूटी क्वीन बन कर वह उन लोगों के बारे में बात करने के लिए एक मंच चाहती हैं, जो हाशिए पर हैं और उनके साथ भेदभाव किया जाता है.
23 साल पहले पेरेंट्स आए थे ब्रिटेन
सुचिता और सविता के पेरेंट्स 23 साल पहले मलेशिया से ब्रिटेन आए थे. 2002 में नॉर्थ लंदन के हैम्पस्टेड में जन्मी सुचिता और सविता की मां सरोजा मैथ्स की टीचर थीं. सुचिता-सविता के पिता स्री (Sree) बैरिस्टर हैं. उनके पेरेंट्स यूनिवर्सिटी में मिले थे और 2000 में यूके चले गए थे. इस दौरान स्री को एनर्जी कंपनी में जॉब मिल गई. 5 साल बाद, परिवार मलेशिया लौट आया, जहां वे 2012 तक रहे.
साव कहते हैं कि उनकी दो और बड़ी बहनें हैं, जो अब 24 और 26 साल की हैं. 6 साल की उम्र तक हमने साथ में क्लासेज शेयर कीं. वहीं सुचिता कहती हैं, ‘जिस सुबह उन्होंने हमें बताया कि हम अलग हो रहे हैं, हम बहुत रोए. हमारे पेरेंट्स को हमारा हाथ थामने के लिए असेंबली में आना पड़ा. हम अलग होना सहन नहीं कर सकते थे.’
साव को कब पता चली ये बात?
साव को 8 साल की उम्र में पता चला कि उसके मन में लड़कों के लिए नहीं बल्कि लड़कियों के लिए भावनाएं हैं. उन्होंने बताया, ‘सुचिता के साथ जब वह बचपन में खेलता था, तो हम शादी-शादी खेलते थे और मैं दूल्हा बनता था.’ वहीं, सुचिता स्वीकार करती है, ‘जब सविता ने मुझे बताया कि वह समलैंगिक है तो मैं रो पड़ी.’