वो निजाम जो एक कपड़ा कभी दोबारा नहीं पहनता था, कपड़ों को रखने के लिए रखी थीं 124 आलमारियां, जानिए दिलचस्प बातें

दुनिया में लोगों के खाने से लेकर कपड़े पहनने तक के अलग-अलग शौक होते हैं

Update: 2021-11-06 13:53 GMT

दुनिया में लोगों के खाने से लेकर कपड़े पहनने तक के अलग-अलग शौक होते हैं। कोई ज्यादा पैसा कमाना चाहता है, तो किसी को लग्जरी गाड़ियों का शौक होता है। जबकि कई लोगों को कपड़े पहनने का शौक का होता है। आज हम आपको एक ऐसे ही शख्स के बारे में बताते हैं जो कपड़ों का इतना शौकीन था कि एक बार पहने हुए कपड़ को दोबारा नहीं पहनता था। यह बात जानकर आपको यकीन नहीं हो रहा होगा, लेकिन यह बिल्कुल सच है। आईए जानते हैं कपड़ों के शौकीन इंसान के बारे में...

इस शख्स का नाम महबूब अली खान था जो हैदराबाद के निजाम थे। वर्तमान में आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के छठे निजाम थे महबूब अली खान। वह जिस कपड़े को एक बार पहन लेते थे उसको दोबार कभी नहीं पहनते थे। बताया जाता है कि कपड़ों को रखने के लिए उनके पास दुनिया की सबसे बड़ी अलमीरा थी। 240 फीट ऊंची अलमीरा को उनकी हवेली के दक्षिण तरफ बनाया था। इसमें कपड़ो के साथ ही जूते और साज सज्जा की वस्तुएं भरी पड़ी थीं।
हैदराबाद के छठे निजाम महबूब अली खान का जन्म 7 अगस्त, 1866 को हुआ था। निजाम ने अपने कपड़ों को रखने के लिए 124 आलमारियां रखी थीं जिसके पास ही कपड़े बदलने के लिए कमरे बनाये गए थे। हैदराबाज की पुरानी हवेली में इस समय सिर्फ एक अलमीरा है जिसमें एक टोपी और दो जोड़ी बूट रखे गए हैं। अब यह एक म्यूजियम बन चुका है। बूट्स को देखकर लगता है कि उसे सिर्फ एक बार ही पहना गया होगा। इसमें अभी भी लंदन की कंपनी का मुहर लगा है।
उनकी अलमीरा में लिफ्ट लगी हुई थी जिससे कपड़ों को असानी से उतारा जा सके। इस लिफ्ट को हाथ से चलाया जाता था। बर्मा की टीक की लकड़ी से इन आलमारियों का निर्माण किया गया था जिसमें दीमक नहीं लगते थे। आज भी ये अलमीरा वैसी की वैसी ही है।
इतिहासकारों के मुताबिक, हैदराबाद में निजाम मुगलों के एजेंट थे। उन्होंने 1722 में मौका मिलते ही हैदराबाद रियासत की सत्ता अपने हाथों में ले ली और राजा घोषित कर दिया। इतिहास में हैदराबाद पर सात निजामों ने राज किया था। इनमें से एक निजाम महबूब अली खान ने वेस्टर्न कपड़े पहनने शुरू किए थे।
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