मौत का हाइवे, सिर पर मंडराता है मौत का साया, जहां पहुंचते ही बदल जाता है वक्त
जरा हटके: भारत में एक ऐसी जगह हैं जिसे लेकर आमजनों में कई तरह के विवादास्पद किस्से मशहूर हैं. कुछ लोग इसे 'मौत का हाइवे' कहकर बुलाते हैं. दावा किया जाता है कि अगर कोई शख्स यहां जाता है तो अपने आप उसके फोन और घड़ी में वक्त बदल जाता है. इतना ही नहीं बल्कि घड़ियां साल भी गलत बताने लगती हैं, जिस जगह की बात यहां की जा रही है, वह झारखंड की तैमारा घाटी है.
दुनिया में हम अक्सर एक से बढ़कर एक रहस्यमयी जगहों के बारे में सुनते हैं. उससे ज्यादा रहस्यमयी वहां के किस्से होते हैं. झारखंड में रांची के पास एक ऐसा ही रहस्यमयी स्थान मौजूद है. जहां स्थानीय लोगों का दावा है कि यहां जाने के बाद अपने आप घड़ी की सुई उल्टी घुम जाती है और समय बदल जाता है.
NH 33 हाईवे जो रांची को जमशेदपुर से आपस में जोड़ने का काम करता है. इसे 'मौत का हाईवे' भी कहा जाता है, क्योंकि यहां पहुंचते ही गाड़ियों की स्पीड में अचानक से बदलाव आ जाता है. इस हाईवे पर पड़ने वाली तैमारा घाटी से स्थानीय लोग दहशत में रहते हैं. क्योंकि, इस घाटी ने अब तक कई लोगों को मौत की आगोश में सुला दिया है.
रांची से करीब 30 किमी दूर फोर लेन की इस सड़क के दोनों ओर हरियाली है, जहां कदम रिफ्रेशिंग फील होता है. कई पर्यटक यहां फोटोज खींचाने के लिए रुकते हैं. लोग मानते हैं कि यहां एक महिला सफेद साड़ी में अक्सर घुमते हुए दिखाई देती है. बीच सड़क में महिला को बचाने के लिए लोगों की गाड़ियों का एक्सीडेंट हो जाता है.
स्थानीय लोग बताते हैं कि यहां एक्सीडेंट से बचने के लिए एक मंदिर बनवाया गया है, मंदिर के पुजारी कहते हैं कि माता खुद कभी-कभी स्त्री का रूप लेकर सड़क पर आ जाती हैं. एक स्थानीय टीचर का दावा है कि यह पर बायोमेट्रिक अटेंडेंस बनाना असंभव है, क्योंकि यहां बायोमेट्रिक अटेंडेंस के दौरान कभी दूसरे डेट में अटेंडेंस लग जाती है.
एक टीचर का दावा है कि इस इलाके में अटेंडेंस के लिए रजिस्टर बनाना होता है. वहीं कई लोगों का कहना है कि इस इलाके से कर्क रेखा हो कर निकलती है, जिसकी वहज से ऐसी दिक्कतें आती हैं. कई लोग सफेद साड़ी वाली महिला के दावे का खंडन करते हैं. उनका कहना है कि अगर ऐसे हालात होते तो यह जगह बढ़िया पर्यटन के रूप में कभी विकसित नहीं हो पाता.