एंटी क्लॉकवाइज​ चलती है घड़ी की सुई, फेरे भी लेते हैं उलटे , जानें वजह

आपने दुनिया भर की घड़ियों को देखा होगा. लेकिन छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के इस गांव की घड़ियां आपको भी कंफ्यूज कर देंगी.

Update: 2022-06-18 16:06 GMT

आपने दुनिया भर की घड़ियों को देखा होगा. लेकिन छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के इस गांव की घड़ियां आपको भी कंफ्यूज कर देंगी. दरअसल इस गांव की प्रथाओं के मुताबिक यहां पर घड़ी (Clock) के कांटे उलटी दिशा में चलते हैं. इतना ही नहीं यहां पर रात को 12 बजे के बाद एक नहीं बल्कि 11 बजते हैं.

एंटी क्लॉकवाइज​ चलती है घड़ी की सुई
इस गांव में घड़ियां आम घड़ियों की तरह बाईं से दाएं तरफ न चलकर दाएं से बाईं तरफ चलती हैं. इसका मतलब है कि यहां की घड़ियां एंटी क्लॉकवाइज (Anti Clockwise) चलती हैं. इस प्रथा का पालन करने वाले गोंड आदिवासी समुदाय (Gond Tribal Community) के लोग कहते हैं कि उनकी घड़ी सही चलती है.
इसकी वजह भी बताई
इस समुदाय ने अपनी घड़ी का नाम भी रखा हुआ है. बता दें कि इनकी घड़ी गोंडवाना टाइम (Gondwana Time) कहलाती है. ये लोग कहते हैं कि धरती दाएं से बाईं दिशा में घूमती है. इसके अलावा चांद हो या सूरज या फिर तारे, सभी इसी दिशा में घूमते हैं. यही कारण (Reasons) है कि इस समुदाय के लोगों ने घड़ी की दिशा ऐसी रखी हुई है. ऐसी एक और प्रथा है जिसके बारे में जानकर आप सभी हैरान रह जाएंगे.
फेरे भी उलटे लेते हैं
गोंड समुदाय के लोगों का शादी (Wedding) करने का तरीका भी कुछ अलग है. इस समुदाय में दूल्हा-दुल्हन के फेरे भी आम लोगों से उलटी दिशा में लिए जाते हैं. इस समुदाय के लोग महुआ और परसा जैसे पेड़ों (Trees) की पूजा करते हैं. आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ के इस इलाके में करीब 10,000 परिवार रहते हैं.


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