पैदा होते ही बाथरुम में पॉटी करने लगी थी बच्ची, कपल ने किया दावा
बच्चे भगवान का दिया बेहद यूनिक तोहफा होते हैं. जन्म के बाद धीरे-धीरे वो कई आदतें सीखते हैं.
बच्चे भगवान का दिया बेहद यूनिक तोहफा होते हैं. जन्म के बाद धीरे-धीरे वो कई आदतें सीखते हैं. एक उम्र के हिसाब से वो हर चीज करना शुरू करते हैं. पैदा होने के बाद काफी समय तक वो पैंट में ही सुसु या पॉटी कर देते हैं. ऐसे में आज के जमाने में पेरेंट्स डायपर का सहारा लेते हैं. ताकि उन्हें ज्यादा समस्या ना हो. लेकिन एक कपल ने दावा किया है कि उनकी बेटी मात्र 14 दिन की थी, तब से डायपर (Diapher) नहीं पहनती है. वो किसी एडल्ट की तरह ही टॉयलेट सीट पर बैठकर पॉटी करती है
ऑस्ट्रेलिया (Australia) के बायरन बे में रहने वाले मोंटाना लोअर और टॉम लिनवुड की 15 महीने की बेटी ब्लू ने सबको हैरान कर दिया है. कपल का दावा है कि ब्लू ने मात्र दो हफ्ते की उम्र से टॉयलेट सीट पर पॉटी करना शुरू कर दिया था. इसके लिए कपल ने मशहूर 'elimination communication' (EC) तरीका अपनाया था. अब इस कपल ने अपनी पेरेंट्स के साथ अपना एक्सपीरियंस शेयर किया है.
ऐसे काम करती है तकनीक
EC के बारे में कपल ने बताया कि ये अपने बच्चे की जरुरत को सुनने जैसा है. अगर उसे टॉयलेट जाना है, तो डायपर पहनाने की जगह उसे बाथरुम ले जाएं. टॉम के मुताबिक़, हर मां जानती है कि कब उसका बच्चा भूखा है. उसी तरह मां को ये भी पता चल जाता है कि कब उसके बच्चे को टॉयलेट लगी है. ऐसे में अपने बच्चे को सिर्फ ध्यान से ऑब्जर्व करें.
बच गए काफी पैसे
ये कपल एक बस में रहता है. साथ ही ट्रेवल कर तस्वीरें इंस्टाग्राम पर शेयर करता है. कपल का कहना है कि ब्लू का इतनी जल्दी पॉटी ट्रेन हो जाना उनके लिए काफी फायदेमंद साबित हुआ है. इसकी वजह से उनके काफी पैसे बच रहे हैं. डायपर खरीदने में पैसे खर्च नहीं होते. साथ ही ये डायपरपर्यावरण के लिए भी ठीक नहीं होते. इस कारण एक तरह से वो पर्यावरण के लिए भी अच्छा काम कर रहे हैं. कपल अपनी बेटी को ट्रेनिंग देने के वीडियोज शेयर कर बाकी पेरेंट्स को भी जागरूक कर रहे हैं. कई लोगों को कपल की पहल काफी पसंद आई.