दिनेशपुर के मूल निवासी मनचले युवक ने दरअसल इस घटना से कुछ समय पहले ही काशीपुर (उत्तराखण्ड) के आईटी क्षेत्र में रहने वाली एक युवती से शादी की थी. वो शादी कुछ महीनों के बाद ही टूट गई. पत्नी अलग होकर अपने मायके में रहने चली गई. हालांकि इस बीच बीवी कभी-कभार ससुराल का एक दो चक्कर भी लगा लेती थी. पति को पत्नी के चरित्र पर शक तो था. मगर उसके पास कोई पुख्ता सबूत नहीं था. वो हर वक्त चरित्रहीन पत्नी को गलत साबित करने के लिए सबूत की तलाश में जुटा रहता था. एक दिन इसी बीच किसी तरह से पत्नी की सहेली पति से टकरा गई. उसने पति को बताया कि तुम्हारी बीवी काशीपुर शहर में चलने वाले एक बड़े कॉलगर्ल रैकेट की मेंबर है.
बीवी की सहेली ने दिया सुराग
दरअसल यह मुखबिरी पत्नी की सहेली ने युवक से इसलिए की थी कि उसका अपनी सहेली (पीड़ित युवक की पत्नी से) से किसी बात को लेकर अनबन हो गई थी. संभवतय: वो लड़की (पति से मुखबिरी करने वाली) उसी कॉलगर्ल गिरोह से जुड़ी हुई हो सकती हो. सहेली कॉलगर्ल रैकेट से जुड़ी थी या नहीं. पीड़ित पति को इससे मतलब नहीं था. वो तो किसी भी तरह से पत्नी को रंगे हाथ मय सबूत पकड़ना चाहता था. लिहाजा पत्नी की सहेली से मिली महत्वपूर्ण जानकारी ने पति को बेचैनी के आलम में ला दिया. वो हर वक्त यही सोचता रहता था कि, वो कौन सा दिन होगा जब उसकी पत्नी 'कॉलगर्ल' के रूप में बुक होकर उसके (पति) सामने आ जाएगी. और तब पति उससे आगे पीछे के अपने उत्पीड़ना का हिसाब चुकता कर सकेगा.
लंबे सब्र के बाद एक वो दिन भी आ गया जब युवक की मान-मनुहार के बाद पत्नी की सहेली ने काशीपुर शहर में कॉलगर्ल का रैकेट चलाने वाली उस महिला दलाल का संपर्क नंबर (मोबाइल) युवक को दे दिया. इस नसीहत के साथ कि पूरे मामले में कहीं भी कभी भी उसका कोई नाम उजागर नहीं होना चाहिए. श्यामपुर इलाके में रहने वाली महिला दलाल से पति ने संपर्क साधा तो बात बनने में देर नहीं लगी. पति की गुजारिश पर महिला कॉलगर्ल दलाल ने अपने साथ सेक्स रैकेट से जुड़ी कुछ लड़कियों की तस्वीरें 'व्हाट्सएप' युवक को भेज दीं. तब तक महिला दलाल को इस बात की दूर दूर तक भनक नहीं थी कि युवक की मंशा क्या और कितनी खतरनाक है?
जब मुंह-मांगी मुराद हुई पूरी
महिला दलाल द्वारा WhatsApp पर भेजी गई लड़कियों की तस्वीरों में युवक से अलग रह रही उसकी पत्नी की फोटो भी थी. बस फिर क्या था. युवक ने पत्नी को ही 'कॉलगर्ल' के रूप में महिला दलाल द्वारा मांगी गई उसकी कीमत का पचास फीसदी एडवांस में अदा करके 'बुक' कर दिया. महिला दलाल ने कहा कि 50 फीसदी एमाउंट लड़की (युवक के पास पहुंचाई जा रही कालगर्ल) के ही हाथ में दे दे. पीड़ित युवक ने कॉलगर्ल के रुप में पत्नी को अपने किसी भी उस इलाके में नहीं बुलाया था, जहां पहुंचने पर उसे (कॉलगर्ल के रूप में आ रही पत्नी को) किसी तरह का कोई शक हो सके. या फिर पति के बुने हुए जाल में कहीं कोई बाधा पड़ सके.
लिहाजा सौदा, स्थान और समय तय होने पर कभी बीवी रही लड़की युवक के बुलाए स्थान पर पहुंच गई. यहां तक तो कोई नई बात नहीं रही. मामला या कहिए माहौल खराब तब हुआ जब लड़की ने घर के अंदर पहुंचते ही उस कमरे का दरवाजा खोला, जिसमें पहले से ही ग्राहक के रूप में इंतजार कर रहा उसका पति बैठा मिला, बस फिर क्या था? क्या हुआ होगा, कोई भी आसानी से समझ सकता है. पहले तो मियां-बीबी में मुंहजुबानी आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला. पांच-दस मिनट के बाद ही माहौल इस कदर गरम हो गया कि दोनो के बीच जूते-चप्पल चलने लगे. मारपीट के उस दौर में पति पत्नी पर भारी पड़ गया. उसने पत्नी का सिर जब कमरे से दे मारा तो गंभीर चोट के चलते उसकी चीख निकल गई.
ऐसे फूटा था कलेश का भांडा
किसी महिला की चीख सुनकर मकान के आसपास रहने वाले लोगों की भीड़ मौके पर इकट्टठी हो गई. तमाशबीनों की भीड़ से दोनों ने बचने के लिए खुद को मियां-बीबी बताया और मौके से सही-सलामत भागने में कामयाब रहे. इस तमाम तमाशे के बाद भी मगर गुस्सा और बदले की आग मियां-बीवी से एक दूसरे के दुश्मन बने दोनो के दिलों में धधक रही थी. सो ब-मुश्किल एक किलोमीटर दूर पहुंचते ही मियां-बीवी सड़क पर दुबारा भिड़ गए. वहां भी तमाशबीनों का मजमा लग गया. अंतत: मामले को खुद ही दोनो पुलिस तक लेकर पहुंचे. वहां भी एक दूसरे ने पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में मारपीट की. यहां तक कि पति से खार खाए बैठी पत्नी ने थाने में ही पति के कपड़े फाड़कर उसे अर्ध-नग्नावस्था में ला दिया. पुलिस ने जब कहानी सुनी तो उसने भी माथा पीट लिया.
लिहाजा थाना पुलिस ने लड़के के पास मौजूद व्हाट्सएप चैट के आधार पर उस महिला दलाल के अड्डे पर छापा मारा. जिसके जरिये युवक ने पत्नी को 'कॉलगर्ल' के रुप में बुक करके बुलवा लिया था. महिला दलाल ने पुलिस के सामने जब सच कबूला तो, मियां बीवी में एक बार फिर जूतम-पैजार शुरू हो गई. दोनों एक दूसरे के ऊपर बद-चलनी का आरोप मढ़ने लगे. बात किसी तरह से न बनती देख पुलिस ने थाने में दोनों परिवारों को भी बुलवा लिया. लिहाजा मियां-बीवी के बीच मन-मुटाव की जो बात अब तक दबी-छिपी थी. वो दोनो परिवारों तक में फैल गई. यह अलग बात है कि इतनी तमाम मशक्कत के बाद भी मिया-बीवी ने अंत में, थाने-चौकी में कोई शिकायत लिखित में किसी के खिलाफ उस दिन नहीं दी. और दोनो ही पक्ष थाने में ही एक दूसरे को आईंदा भी सबक सिखाने की चुनौती-चेतवनी देते हुए रुखसत हो गए.