इतिहास की सबसे खूंखार महिला, नहाती थी लड़कियों के खून से, इस साइको किलर की कहानी सुन खड़े हो जाएंगे रोंगटे

साइको किलर, सीरियल किलर, वहशी दरिंदा जैसे शब्द सुनते ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं

Update: 2021-04-20 09:40 GMT

साइको किलर, सीरियल किलर, वहशी दरिंदा जैसे शब्द सुनते ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं. इतिहास में ऐसे कई महिलाओं और पुरुषों के नाम दर्ज हैं, जिन्होंने निर्दयता और दरिंदगी में सबको पीछे छोड़ दिया. इनकी क्रूरता के किस्से सुनकर आज भी लोगों की रूह कांप जाती है. ऐसी ही एक फीमेल सीरियर किलर थी एलिजाबेथ बाथरी (Elizabeth Bathory), जो कुंवारी लड़कियों को मारकर उनके खून से नहाती थी.


हंगरी के एक कुलीन और अमीर बाथरी घराने से नाता रखने वाली एलिजाबेथ को सुंदर लड़कियों से नफरत थी, जिस कारण वह उनकी हत्या करा देती थी. इतना ही नहीं वह उनके खून से यह सोचकर स्नान करती थी कि इससे वह हमेशा युवा बनी रहेगी. अपनी खूबसूरती को बनाए रखने के लिए उसने 600 से ज्‍यादा सुंदर लड़कियों को मार डाला था. यही वजह है कि एलिजाबेथ को इतिहास की सबसे खूंखार महिला कातिल कहा जाता है.

हत्याएं करने के लिए रखे थे नौकर
सिर्फ एलिजाबेथ बाथरी ही नहीं बल्कि उसके माता-पिता और अन्य रिश्तेदार भी उतने ही क्रूर थे. बचपन से ही उन्होंने अपने परिवार के लोगों को देखकर अत्याचार करना सीखा था. एलिजाबेथ की शादी 15 साल की उम्र में फेरेंक II नाडास्डी नाम के एक व्यक्ति से हुई थी. 19 साल का फेरेंक तुर्की के खिलाफ हुए युद्ध में हंगरी का हीरो था. एलिजाबेथ अपने पति के सामने खूबसूरत मासूम लड़कियों का खून बहाती थी. एलिजाबेथ की तीन बेटियां और एक बेटा था. 1604 में 48 साल की उम्र में उसके पति की मौत हो गई थी. इसके बाद वह स्लोवाकिया चली गई. हत्याएं करने और लड़कियों पर अत्याचार करने के लिए उसने नौकर रखे हुए थे.

लड़कियों के खून से नहाती थी एलिजाबेथ
एक बार एक लड़की एलिजाबेथ बाथरी को तैयार कर रही थी, तभी गलती से उससे एलिजाबेथ के बाल खिंच गए. एलिजाबेथ ने उसे ऐसा थप्‍पड़ मारा कि लड़की के चेहरे से खून निकलने लगा. लड़की को मारने से उसके हाथ में खून लग गया. जिसके बाद एलिजाबेथ ने महसूस किया कि जहां लड़की का खून लगा था, उसकी वहां की स्किन ज्यादा खूबसूरत हो गई थी. उस घटना के बाद से ही उसने अपनी जवानी को बनाए रखने के लिए कुंवारी लड़कियों के खून से नहाना शुरू कर दिया.

जांच होने पर एलिजाबेथ बाथरी और उसके नौकरों पर सिर्फ 80 हत्‍याएं करने का इल्जाम साबित हुआ. चूंकि शाही परिवार के लोगों को फांसी पर नहीं लटकाया जा सकता था इसलिए सजा के तौर पर एलिजाबेथ को एक कमरे में बंद कर दियागया. जहां तीन साल बाद उसकी मौत हो गई थी.


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