10 डिग्री तक टेम्परेचर कम हो सकता है, लोहे के चादर पर भी करता है काम
मई का महीना शुरू होते ही गर्मी अपने चरम पर पहुंच जाता है. तपती और चुभती गर्मी से परेशान लोग राहत की तलाश में नए-नए तरीके अपनाने लगते हैं. कोई अपने घर के एसी में बैठकर दिन बिताना पसंद करता है
मई का महीना शुरू होते ही गर्मी अपने चरम पर पहुंच जाता है. तपती और चुभती गर्मी से परेशान लोग राहत की तलाश में नए-नए तरीके अपनाने लगते हैं. कोई अपने घर के एसी में बैठकर दिन बिताना पसंद करता है, तो कोई कूलर और पंखे के नीचे बैठकर राहत पाना चाहता है. हालांकि, जिनका मकान ऊपरी मंजिल या फिर छत पर होता है, वह गर्म कमरे से परेशान रहते हैं. ऐसे में छत पर प्लास्टिक की पॉलिथीन या फिर घास डाल लेते हैं ताकि मकान की छत ज्यादा गरम न हो और तपती गर्मी से छुटकारा मिले. चलिए हम आपको बताते हैं कि एक शख्स ने तपती गर्मी से बचने के लिए अनोखा तरीका निकाला है.
10 डिग्री तक टेम्परेचर कम हो सकता है छत
एक शख्स ने दावा किया है कि उसने ऐसे पेंट का इजाद किया है, जिससे मकान की छत 10 डिग्री तक टेम्परेचर कम हो सकता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गाजियाबाद में एक कंपनी ने मेक इन इंडिया के तहत नए तरह का पेंट तैयार किया है. बीते शनिवार को शारदा विश्वविद्यालय में इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (आईआईए) की एक्जीबिशन में इस नए तरह के पेंट को दिखलाया गया. विनायक इंडस्ट्रीज के उद्यमी मोहित अग्रवाल ने दावा किया कि उनकी कंपनी समर सील ने इस पेंट को बनाया है. उन्होंने बल्ब के जरिए सूरज की रोशनी की तरह एक चेंबर बनाया.
लोहे के चादर पर भी करता है काम
चेंबर के अंदर साधारण पत्थर और एक पेंट लगे पत्थर का टेम्परेचर दर्शाया गया. साधारण पत्थर का तापमान जहां 44 डिग्री सेल्सियस था, वहीं पेंट लगे पत्थर का टेम्परेचर 33 डिग्री सेल्सियस था. इतना ही नहीं, कंपनी ने यह भी दावा किया कि अगर लोहे की चादर पर इस पेंट को लगाया जाएगा तो करीब 8 डिग्री सेल्सियस टेम्परेचर कम हो जाएगा. इस पेंट की अवधि 7 से 8 साल तक बताया गया है. इस उपलब्धि के लिए उनकी कंपनी को अवार्ड से नवाजा गया था. इस पेंट की कीमत करीब 18 रुपये प्रति वर्ग फुट है और इसका रंग सफेद है.