दोस्त से कॉल पर बात हुई और कुछ देर बाद घर में मिला शव, पुलिस भी नहीं सुलझा पाती यह केस

कुछ कहानियां ऐसी होती हैं जो हैरान करने वाली होती हैं, तो कुछ ऐसी जिनका कोई वजूद नहीं होता और कई ऐसी भी होती हैं जिनके लिए कानून में कोई जगह नहीं होती लेकिन हालात ऐसे बनते हैं

Update: 2022-06-05 01:07 GMT

कुछ कहानियां ऐसी होती हैं जो हैरान करने वाली होती हैं, तो कुछ ऐसी जिनका कोई वजूद नहीं होता और कई ऐसी भी होती हैं जिनके लिए कानून में कोई जगह नहीं होती लेकिन हालात ऐसे बनते हैं जिसमें कानून को भी उन चीज़ों के बारे में भी मानना पड़ता है जो उन्हें दिखाई भी नहीं दे रही है. क्योंकि कानून सबूतों के आधार पर चलता है ऐसे में वो चीज़ या वो शख्स जिसका कोई वजूद नहीं, लेकिन जो कानून के लिए सबूत पैदा कर दे तो उसे कानून को मानना पड़ता है. अमेरिकी पुलिस के इतिहास में एक ऐसा ही केस है टेरेसिटा बासा का. इस केस में को देख रहे जांच अफसर ने न चाहते हुए माना था कि इस मर्डर मिस्ट्री को एक आत्मा ने सुलझाया है. चलिए आपको विस्तार से बताते हैं इस मर्डर मिस्ट्री के बारे में.

कौन थीं टेरेसिटा बासा और क्या हुआ था उनके साथ ?

टेरेसिटा बासा का जन्म फ़िलीपींस में हुआ था. वह अच्छे घर से ताल्लुक रखती थीं. अच्छी परवरिश और शिक्षा हासिल करने के बाद उन्होंने उच्च शिक्षा के लिए अमेरिका जाने का फैसला किया. वह अमरीका के शिकागो शहर में पहुंचती हैं और वहां म्यूजिक में एमए करने लगती हैं. टेरेसिटा बासा को पियानो बजाने का शौक था, लेकिन धीरे धीरे उन्होंने मेडिकल की पढ़ाई की तरफ भी अपना रुख मोड़ लिया और बाद में वह एक हॉस्पिटल के साथ जुड़ गईं.

दोस्त से कॉल पर बात हुई और कुछ देर बाद घर में मिला शव

1977 में यानी करीब 44 साल पहले जब टेरेसिटा की उम्र 47 वर्ष हो चुकी थी. 21 फरवरी 1977 की श्याम वह अपने एक दोस्त से फोन पर बात कर रहीं थीं. अचानक उन्होंने अपने उस दोस्त के कॉल को यह कह कर काट दिया कि थोड़ी देर में उनका एक दोस्त आने वाला है. वह दोस्त यह नहीं जानता था कि टेरेसिटा से उसकी यह आखरी बातचीत थी. फोन काटने के करीब 1 घंटे बाद टेरेसिटा के अपार्टमेंट में से अचानक धुआं निकलने लगता है. आसपास के लोग फायर ब्रिगेड को सूचना देते हैं. फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंचकर आग बुझाने में लग जाती है. आग टेरेसिटा के फ्लैट में ही लगी थी. आग बुझाने के बाद फायर ब्रिगेड टीम की नजर एक कारपेट पर पड़ती है जिसमें से धुआं निकल रहा था. इसके बाद जैसे ही उन्होंने कारपेट को खोला तो उसमें टेरेसिटा मिलीं और वह आधी जल चुकी थीं. उनके शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं था और उनके सीने में एक खंजर घुसा हुआ था. यह देख पुलिस को सूचना दी जाती है. मौके पर पहुंची पुलिस को पहली नज़र में लगता है कि यह मर्डर है. क्योंकि टेरेसिटा के शरीर पर कपड़ा नहीं था, ऐसे में पुलिस को रेप का संदेह भी होता है. कातिल ने सुराग मिटने के लिए लाश को आग लगा दी थी.

पुलिस को टेरेसिटा के घर से मिली एक चिट्ठी

टेरेसिटा की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से ये पता चलता है कि उनके साथ रेप नहीं हुआ था. पुलिस घर को चेक करती है तो अंदर सारा सामान बिखरा मिलता है. पुलिस अब लूटपाट के इरादे से मर्डर के एंगल पर जाती है. पुलिस टेरेसिटा के पैरेंट्स और उनके दोस्तों से पूछताछ करती है लेकिन कोई सुराग नहीं मिलता है. एक दिन अचानक पुलिस को टेरेसिटा के फ्लैट की तलाशी के दौरान एक चिट्ठी मिलती है. इस चिट्ठी में लिखा था, 'Get theatre ticket for AS'. इसके अलावा फ्लैट से पुलिस को कुछ नहीं मिलता. काफी पूछताछ के बाद भी पुलिस को AS के initials का सच नहीं मालूम चल पाता. छानबीन चलती रही और देखते देखते महीने बीत गए और महीने से साल, लेकिन पुलिस के हाथ खाली रहे.

एक साल बाद अचानक डिटेक्टिव को मिला एक डॉक्टर गवाह

यह केस डिटेक्टिव जोसफ स्टैचुला को मिला था. एक दिन वह अपने दफ्तर में बैठे होते हैं. अचानक उनकी नजर टेबल पर रखे एक नोट पर पड़ती है, जिसमें लिखा था की टेरेसिटा मामले में एक गवाह मिला है और वो कुछ बताना चाहता है. आप फौरन हमसे संपर्क करें. डिटेक्टिव फ़ौरन उस पुलिस स्टेशन पहुंचते हैं और पूछते हैं कि इतने दिनों बाद कौन ऐसा गवाह अचानक सामने आ गया. पुलिस ने बताया की एक डॉक्टर उनके पास आए थे, जिन्होंने बताया की वो टेरेसिटा के क़त्ल के बारे में कोई जानकारी देना चाहते हैं. डिटेक्टिव डॉक्टर के पास पहुंचते हैं और पूछते हैं की बताएं आप क्या बताना चाहते हैं ? उसके बाद डॉक्टर ने बताया की वो एक हॉस्पिटल में काम करते हैं. वह टेरेसिटा को नहीं जानते हैं, लेकिन उनकी पत्नी पिछले कुछ दिनों से अजीब-अजीब हरकतें कर रही है. वह नींद में बड़बड़ाती है, रात में कई बार बात करते करते उसकी आवाज़ बदल जाती है. एक दिन मेरी पत्नी सोने के दौरान ज़ोर-ज़ोर से मेरा नाम लेकर बात करने लगी. पत्नी तो मेरी थी, लेकिन उसकी आवाज किसी और थी. मैं उसे देखकर डर गया, इस बीच उसने कहा कि ' मेरा क़त्ल हुआ है और मेरे क़ातिल का नाम एलन शावरी (Allan Showery) है और वो मेरे घर TV ठीक करने आया था. उसने मुझे मारा और पूरे घर का नक्शा बिगाड़ा ताकि यह लगे की मामला लूटपाट का है. 'डॉक्टर ने डिटेक्टिव को बताया कि उसने पत्नी की इस बात को नजरअंदाज कर दिया, उन्हें लगा कि यह महज़ एक वहम है.

डॉक्टर इसलिए गवाही देने को आया सामने

डॉक्टर ने बताया कि पत्नी की इस बात को नजरअंदाज करने के अगले ही रोज़ मामला और ज़्यादा गंभीर हो गया. मेरी पत्नी फिर ज़ोर ज़ोर से बात करने लगी और इस बार वह अधिक गुस्से में थी और कह रही थी की तुमने ठीक नहीं किया. मैंने तुमसे मदद मांगी और तुमने नहीं की. अगर तुमने मेरी मदद नहीं की तो तुम्हारी बीवी को इसका खामियाज़ा भुगतना पड़ेगा. इसके बाद उन्होंने हिम्मत कर के उससे बात की तो पता चला कि उस महिला का नाम टेरेसिटा है. एलन शावरी नाम के टीवी मिकैनिक को उसने टीवी ठीक करने के लिए बुलाया था, लेकिन उसने उसकी हत्या कर दी और मेरी ज्वैलरी चुराकर ले गया और अपनी गर्लफ्रेंड को दे दी. उस आवाज ने बताया कि आप मेरे परिवार के लोगों को उसके पास ले जा के वो ज्वैलरी दिखाओगे तो सच का पता चल जाएगा. इसके अलावा उस आवाज़ ने मुझे एलन शावरी और उसकी गर्लफ्रेंड के नाम और नंबर भी लिखाए.

गवाह मिलने के बाद डिटेक्टिव और पुलिस ने शुरू की जांच

इसके बाद डॉक्टर ने लोकल पुलिस से संपर्क किया, जिसने डिटेक्टिव जोसफ को यह केस दे दिया था. इस घटना के बाद से एक चीज़ तो साफ हो गई थी कि घटना के वक्त पुलिस को टेरेसिटा के घर से AS लिखी जो चिट्ठी मिली थी, उसका मतलब एलन शावरी ही था. अब डिटेक्टिव और पुलिस के सामने यह सवाल था कि क्या वाकई में उस दिन टेरेसिटा का TV खराब था ? जांच के बाद पता चला की सच में टेरेसिटा का TV खराब था और बाद में उसने TV ठीक कराया था. अब पुलिस जेवरात वाली बात को वेरिफाई करना चाहती थी. पुलिस को पता चला की एलन शावरी उसी अस्पताल में काम करता था जिसमे टेरेसिटा काम करती थी. पुलिस ने Allan से पूछा कि क्या तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है, तो उसने हां में जवाब दिया. इसके बाद पुलिस उसकी गर्लफ्रेंड के घर पहुंचती है और उससे पूछताछ करती है. पुलिस उससे पूछती है कि क्या एलन शावरी ने तुम्हें हाल ही में कोई ज्वैलरी गिफ्ट में दी है? इस पर वह हां कहती है. पुलिस ने उस ज्वैलरी को टेरेसिटा के परिवार वालों से वेरिफाई कराया, तो वह टेरेसिटा की ही निकली. इसके बाद पुलिस एलन शावरी को उठा ले जाती है, लेकिन पुलिस के लिए यह एक चैलेंज था की कोर्ट में कैसे साबित किया जाएगा कि हत्या उसने की है. कोर्ट कैसे आत्मा की गवाही मानेगी.

पुलिस को मिलती है निराशा, छूट जाता है कातिल

Allen shoury की गिरफ्तारी के बाद उसके वकील ने उसे बचाने के लिए कोर्ट में यह दलील दी की हां इसने चोरी ज़रूर की है, लेकिन टेरेसिटा का क़त्ल नहीं किया. जब एलन ज्वैलरी लेकर निकला था तब टेरेसिटा ज़िंदा थी. इसलिए आप इस पर चोरी का इलज़ाम लगा सकते हैं, लेकिन क़त्ल का नहीं. इसके बाद पुलिस फिर फंस गई, क्योंकि अब ज़्यादा दिन पुलिस Allen shoury को हिरासत में नहीं रख सकती थी. मजबूरन पुलिस को उसे छोड़ना पड़ा. इसके कुछ दिन बाद ही उस डॉक्टर की पत्नी के ऊपर फिर टेरेसिटा की आत्मा आती है और काफी गुस्से में वह अपनी हत्या की आपबीती सुनाती है कि कैसे Allen shoury ने उसे मारा , उसे उठाया फिर कारपेट में लपेटा और आग लगाकर चला गया. इस पर डॉक्टर कहते हैं कि, अब मैं क्या करूं, इतना कुछ करने के बाद भी वह छूट गया. यह सुनते ही टेरेसिटा की आत्मा और भी ज़्यादा भड़क गई और उसने एक एक करके इस केस से जुड़े तमाम लोगों को परेशान करना शुरू कर दिया.

पुलिस ने फिर से लगाई हत्या की धारा, लेकिन फिर छूटा

टेरेसिटा की आत्मा ने जब दूसरे लोगों को भी तंग करना शुरू किया तो पुलिस परेशान हो गई कि अब वो क्या करे. पुलिस के दिमाग में यह तो चल ही रहा था कि आत्मा के हिसाब से अब तक की सारी बातें सच हुईं हैं तो हत्या वाली बात को कैसे छोड़ा जा सकता है. पुलिस ने एलन शावरी के ऊपर हत्या का मामला भी लगा दिया और आगे की कार्रवाई शुरू की. मुकदमा चला, ट्रायल शुरू हुआ, बड़ी बहस हुई लेकिन इस पर जजों की बेंच बट गई क्योंकि ये साबित नहीं हो पा रहा था कि कत्ल एलन शावरी ने ही किया है. ऐसे में वह फिर से छूट गया. कोर्ट ने उसे रिहा करने के आदेश दिए थे.

अचानक हत्यारे ने कबूल कर लिया जुर्म, हर कोई हुआ हैरान

अब एलन शावरी को जेल से आज़ाद किया जाना था लेकिन अचानक Allen shoury बदल गया। उसने डिटेक्टिव और उसके जितने वकील थे उनके सामने कबूला कि टेरेसिटा की हत्या उसी ने की है. एलन शावरी ने उन सबको पूरी कहानी बताई कि किस तरह 21 फरवरी 1977 को टेरेसिटा ने उसे कॉल कर TV ठीक करने के लिए बुलाया. उसका टीवी पहले भी कई बार खराब हुआ था. हर बार टेरेसिटा उसे ही बुलाती थी और वह कॉफी पीकर जाता था. 21 फरवरी 1999 को वह रात करीब 8:30 बजे टीवी ठीक करने गया था. जब मैं TV ठीक करने गया तो मुझे पता था की टेरेसिटा के घर पर ज्वैलरी है. मैंने उसे चोरी करने की कोशिश की, लेकिन टेरेसिटा ने देख लिया. इसके बाद मैंने उसका गाला घोंटा फिर उसके सीने में खंजर घोंप दिया. मामला रेप का लगे, इसलिए मैंने उसके सारे कपड़े उतार दिए और उसकी लाश को एक कारपेट में लपेटकर आग लगा दी. एलन शावरी के कबूलनामे के बाद फिर से ट्रायल शुरू हुआ और एलन शावरी को 20 साल की जेल हो गई.

खुद टेरेसिटा पहुंची कातिल के पास

कहा जाता है की एलन शावरी के कबूलनामे के पीछे भी एक घटना है. पुलिस ने यह जानने की कोशिश की कि आखिर वह अचानक क्यों बदल गया. इस दौरान पता चला कि कोर्ट ने जब एलन शावरी को छोड़ने का आदेश दिया था तो कुछ देर बाद ही टेरेसिटा की आत्मा जेल में उसके पास आई थी और उसे मजबूर किया कि वह अपना जुर्म कुबूल कर ले, नहीं तो उसे बुरे परिणाम भुगतने होंगे. इसी डर से एलन शावरी ने अपना जुर्म कबूल लिया.

इस घटना पर बनी फिल्म भी

इस घटना के बाद से पुलिस अधिकारियों के कई कई इंटरव्यू हुए. इनमें उन्होंने माना की यह दुनिया का पहला ऐसा केस था जिसमें हम कह सकते हैं कि किसी भूत ने इसे सॉल्व किया. शिकागो पुलिस ने इस केस को 'VOICE FROM THE GRAVE' नाम दिया था. इसी नाम से 1996 में एक मूवी भी बानी थी.


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