डॉक्टरी छोड़ पुलिस बन गया बेटा, अब यूं पूरी की पिता की ख्वाहिश
डॉक्टरी छोड़ पुलिस बन गया बेटा
यूपी पुलिस का एक ऐसा अफसर, जिनके पिता चाहते थे कि वह एक डॉक्टर बनें लेकिन वह खुद एक पुलिस अधिकारी बनने की ख्वाहिश रखते थे. वह दोनों बन गए और बिजनौर में पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) के रूप में तैनात गणेश कुमार गुप्ता, अब बिजनौर में नई चिकित्सा सुविधा में कोविड संक्रमित पुलिसकर्मियों का इलाज कर रहे हैं.
पंचायत चुनाव ड्यूटी से लौटने के बाद पॉजिटिव
अकेले बिजनौर जिले में पंचायत चुनाव ड्यूटी से लौटने के बाद कम से कम 162 पुलिसकर्मियों ने कोविड-19 पॉजिटिव हो गये हैं. 40 में अधिक लक्षण हैं और उनकी रिपोर्ट की प्रतीक्षा है. अस्पतालों में बेड नहीं होने से पुलिस विभाग ने प्रभावित पुलिसकर्मियों के इलाज के लिए नया वार्ड खोला और गणेश कुमार गुप्ता ने इसकी कमान संभाली.
पिता की इच्छा को किया पूरा
बिजनौर पुलिस अधीक्षक (एसपी) धर्मवीर सिंह ने कहा, 'सर्कल अधिकारी गणेश गुप्ता वरदान के रूप में आए हैं. वह सभी पुलिसकर्मियों को क्वारंटीन केंद्र में देख रहे हैं. उनके बिना, चीजें हमारे लिए मुश्किल होती. हम सभी को अपने अधिकारी पर गर्व है.' इस बीच, गुप्ता खुश हैं कि उन्होंने अपने पिता की इच्छाओं को भी पूरा किया है.
एमबीबीएस की डिग्री भी है हासिल
पुलिस की वर्दी के ऊपर पीपीई किट पहने उन्होंने कहा, 'मेरे पिता ओम प्रकाश गुप्ता की गोरखपुर में एक दुकान थी. वह मुझे एक डॉक्टर के रूप में देखना चाहते थे. मैंने एमबीबीएस की डिग्री हासिल की और फिर प्रांतीय पुलिस सेवा पास की (पीपीएस) परीक्षा 2018 में पास की. अब मैं एक पुलिस अधिकारी और एक डॉक्टर के रूप में काम कर रहा हूं. हमारी दोनों इच्छाएं पूरी हो रही हैं.'