बाघिन के बच्चों को पालते डॉग की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं सोशल मीडिया यूजर्स, देखें VIDEO
प्यार की भाषा हर कोई समझता है, चाहे वो इंसान हो या जानवर. इंटरनेट की दुनिया में मोहब्बत से जुड़े ऐसे कई वीडियोज की भरमार है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। प्यार की भाषा हर कोई समझता है, चाहे वो इंसान हो या जानवर. इंटरनेट की दुनिया में मोहब्बत से जुड़े ऐसे कई वीडियोज की भरमार है, जिसमें प्यार की भाषा समझते जानवरों के क्यूट से वीडियोज दिल को छू लेते हैं. हाल ही में सोशल मीडिया (social media) पर वायरल इस वीडियो को देखकर इसका अंदाजा लगाया जा सकता है. वायरल (A video of a dog) हो रहे इस वीडियो में एक डॉगी (Labrador dog) बाघ के तीन शावकों के साथ खेलता नजर आ रहा है. इंटरनेट पर यह वीडियो (Viral Video) यूजर्स का दिल जीत रहा है.
यहां देखें वीडियो
इंटरनेट पर वायरल इस वीडियो में एक लैब्राडोर डॉग (lebrador Dog) को एक चिड़ियाघर में बाघ के तीन शावकों के साथ (Dog With Cub) देखा जा सकता है. वीडियो में सबसे पहले एक डॉगी वाइल्ड लाइफ सेंक्चुरी में बाघ के बाड़े में बैठा दिख रहा है. वीडियो में बाघ के तीन प्यारे और क्यूट से बच्चे डॉगी के साथ खेलते नजर जा रहे हैं. वीडियो देखकर एक मिनट के लिए ऐसा लग रहा है मानो डॉगी ने बाघ के तीनों शावकों को अडाप्ट कर लिया हो. वीडियो में बाघ के शावक मस्ती के मूड में नजर आ रहे हैं. डॉगी भी उन्हें अपने बच्चे की तरह प्यार देते दिखाई दे रहा है.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर (Twitter) पर इस वीडियो को 'ए पीस ऑफ नेचर' (A Piece of Nature) द्वारा शेयर किया गया है. अब तक इस वीडियो को 16 हजार से अधिक बार देखा जा चुका है. चीन के बताए जा रहे इस वीडियो (The video has been shot in China) को ट्विटर के साथ-साथ इंस्टाग्राम (Instagram) पर भी पोस्ट किया गया है. सोशल मीडिया यूजर्स इस पर बढ़चढ़ कर अपने रिएक्शन दे रहे हैं. एक ट्विटर यूजर ने लिखा, 'लैब्राडोर शुद्ध वरदान है..' वहीं एक इंस्टाग्राम यूजर ने लिखा, 'वे अपनी नई मां से प्यार करते हैं.. उन्हें बढ़ने दें.. बाघ और कुत्ता...विभिन्न प्रजातिया, लेकिन प्यार एक ही है.'
जानकारी के मुताबिक, एक मादा बाघ अपने शावकों को छोड़ देती है. यह कोई नई बात नहीं है. इसके कई कारण नेशनल टाइगर कंजर्वेशन ऑथोरिटी (National Tiger Conservation Authority) द्वारा एक बुकलेट (booklet for all tiger reserves) में दिए गए हैं. एनटीसीए (NTCA) के दिशा निर्देशों के अनुसार, बाघ की मौत के अलावा, शावकों का कमजोर होने, अक्षम होने, घायल होने या बीमार होने पर बाघिन अपने बच्चों को छोड़ देती है. कुछ बाघिन चोट के कारण भोजन ना करा पाने या कर पाने के कारण भी अपने बच्चों को छोड़ देती है.