मेंढकों की 15 नई प्रजातियों की खोज कर चुके प्रोफेसर करते हैं उनसे बात, जानें कैसे होता है ये संभव
मेंढकों की प्रजातियां तेजी से हो रही कम
सिडनी: कहा जाता है कि इंसानों की तरह जानवरों की भी अपनी अलग भाषा होती है. लेकिन ऑस्ट्रेलिया (Australia) में एक ऐसे प्रोफेसर हैं, जो मेंढकों (Frogs) से बात करना जानते हैं. उनकी इस स्किल से सब हैरान हैं. हर तरफ उनकी तारीफ हो रही है.
मेंढकों से बात करने वाला शख्स कौन है?
बता दें कि मेंढकों (Frogs) से बात करने वाले जीव विज्ञान के प्रोफेसर का नाम माइकल महोनी (Michael Mahony) है. उनकी उम्र 70 साल है. वो ऑस्ट्रेलिया की न्यू कैसल यूनिवर्सिटी में पढ़ाते हैं. माइकल का कहना है कि मेंढक से बात करते वक्त उन्हें अपने बचपन की याद आ जाती है.
प्रोफेसर मेंढकों से कैसे करते हैं बात?
जीव विज्ञान के प्रोफेसर माइकल महोनी ने बताया कि मेंढकों से बात करना उन्हें इतना अच्छा लगता है कि इसके चक्कर में वो दिन के कई जरूरी काम करना भी भूल जाते हैं. हैरान करने वाली बात है कि माइकल अलग-अलग तरह की आवाजें निकालते हैं और मेंढक उनकी हर बात का जवाब देते हैं.
मेंढकों की प्रजातियां तेजी से हो रही कम
उन्होंने आगे कहा कि मैं इस बात से चिंतित हूं कि मेंढकों की प्रजाति तेजी से कम हो रही है. क्लाइमेट चेंज का सीधा असर मेंढकों पर पड़ रहा है. ऑस्ट्रेलिया में मेंढकों की 240 प्रजातियां पाई जाती हैं. इनमें से 30 फीसदी को क्लाइमेट चेंज से खतरा है.
प्रोफेसर माइकल महोनी ने कहा कि जल प्रदूषण (Water Pollution) और डेवलपमेंट के लिए तालाबों को पाट देने जैसी कई वजहों से मेंढक कम हो रहे हैं. ऐसा ही चलता रहा तो मेंढकों के अस्तित्व के लिए खतरा पैदा हो जाएगा. जान लें कि माइकल अब तक मेंढकों की 15 नई प्रजातियों को खोजने में सफल हो चुके हैं.