पिशाच से कम नहीं हैं इस ‘जनजाति’ के लोग, पीते हैं खून

Update: 2023-09-12 15:39 GMT
जरा हटके: आज हम आपको एक ऐसी जनजाति के बारे में बताएंगे जिसके लोग पिशाचों से कम नही हैं, क्योंकि वे खून पीते हैं. हालांकि, यह खून इंसानों का नहीं बल्कि जानवरों का होता है. इस खूंखार जनजाति का नाम ‘मूर्सी’ है, जिसे ‘दुनिया की सबसे खतरनाक ट्राइब्स’ बताया जाता है. यह जनजाति इथियोपिया की ओमो वैली में रहती है.
डेलीस्टार की रिपोर्ट के अनुसार, मूर्सी जनजाति के बारे में कई हैरान करने वाले फैक्ट्स हैं. जैसे इस जनजाति के लोग कलाश्निकोव राइफलों से लैस होते हैं. वे ताकत के लिए मवेशियों का खून पीते हैं. महिलाओं को आकर्षित करने के लिए वे अपने शरीर पर घाव करके खास तरह के निशान बना लेते हैं. मूर्सी लोगों से जुड़ीं ये बातें वाकई चौंकाने वाली हैं.
क्या सच में खतरनाक जनजाति है मूर्सी?
यूट्यूबर माइक कोरी खुद यह पता लगाने के लिए पूर्वी अफ्रीका की ओर रवाना हुए कि क्या वास्तव में इस जनजाति को खतरनाक माना जा सकता है. ‘फियरलेस एंड फार’ यूट्यूब चैनल के लिए उनकी डॉक्यूमेंट्री में, माइक कोरी को मुर्सी जनजाति के मुखिया ओलू चालारे से बातचीत करते हुए दिखाया गया है. इस दौरान ओलू को अपने पैरों के बीच एक बड़ी राइफल लेकर बैठा हुआ देखा जा सकता है.
माइक ने ओलू से पूछा कि जब वह यहां आ रहे थे तब लोगों ने उससे क्यों कहा कि उसे डरना चाहिए. इस पर ओलू ने माइक से पूछा कि ‘यह कौन कहता है?’. माइक से बातचीत में ओलू मुर्सी जनजाति के खतरनाक होने की किसी भी धारणा को दूर करते दिखे. ओलू ने कहा कि मुर्सी के लिए मवेशी मुद्रा (पैसा) है और उन्हें नुकसान से बचाना बहुत जरूरी है. इसलिए उनको हथियारों की आवश्यकता होती है.
‘दूसरों को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं’
ओलू चालारे ने जोर देकर कहा, ‘हम समस्याएं पैदा नहीं करते. हम दूसरों को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं. मुर्सी लोगों के बीच कुछ उपद्रवी हैं. वे अपराधी जंगल में घूम-घूमकर परेशानी पैदा करते हैं. कुछ मुर्सी अपने मवेशियों की रक्षा के लिए बंदूकें रखते हैं. हम भूख से लड़ने की कोशिश करते हैं और इसीलिए हम भोजन उगा रहे हैं. हम नहीं चाहते कि हमारी गायें बीमार हों. कई-कई मवेशी मर चुके हैं.’
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