जाको राखे साइयां, मार सके न कोय! 10 फीट गहरे गड्ढे में जा गिरी थी बुजुर्ग महिला, फिर कई दिनों तक ऐसे रहीं जिन्दा
दरअसल बुजुर्ग महिला कड़े संघर्ष के बाद मौत को शिकस्त देने में कामयाब रही
जाको राखे साइयां, मार सके न कोय'. ये फेमस कहावत आपने अपनी जिंदगी में कई बार सुनी होगी. ये कहावत ब्राजील की एक वृद्ध महिला पर बिलकुल सटीक बैठती है. दरअसल बुजुर्ग महिला कड़े संघर्ष के बाद मौत को शिकस्त देने में कामयाब रही. अब उनकी ये कहानी लोगों के लिए दिलचस्पी की वजह बन गई. डोना गेराल्डा नाम की 76 साल की ये महिला एक दिन अचानक 10 फीट गहरे गड्ढे में गिर गई. फिर अगले आठ दिनों तक डोना इसी गड्ढे में फंस कर रह गई थीं. लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और आखिरकार उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया.
एक रिपोर्ट के मुताबिक डोना के गायब होने के बाद उनके पड़ोसियों ने उन्हें हर जगह खोजने के लिए काफी मशक्कत की. उन्होंने स्थानीय दुकानों, अस्पतालों और यहां तक कि कब्रिस्तान जैसी जगहों पर भी खूब तलाशा, लेकिन उन्हें कोई सफलता हासिल नहीं हुई. इसके बाद स्थानीय लोगों ने साथ मिलकर एक सर्च पार्टी बनाई और कई लोग एक साथ मिलकर अपनी पड़ोसी डोना को तलाशने के काम में जुट गए.
सर्च अभियान के दौरान डोना की पड़ोसी रोसाना को वॉक करते हुए दस मिनट बीते होंगे कि तभी उनके साथ जो लोग थे वे डोना का नाम जोर-जोर से पुकारने लगे और यही आवाज सुनकर डोना ने भी हमें आवाज दी. डोना को डायबिटीज है और उन्हें रोज इंसुलिन के इंजेक्शन लगते हैं. ऐसे में डोना के हालात बेहद गंभीर हो गए थे. लेकिन गनीमत ये रही कि उन्हें वक्त रहते हुए खोज लिया गया.
जब रेस्क्यू टीम ने डोना से पूछा कि आपकी जान कैसे बची रही तो इस महिला ने कहा कि मैं सिर्फ बारिश का पानी पीकर ही जी रही थी. इसके अलावा मेरे पास कोई दूसरा चारा नहीं था. डोना को रेस्क्यू करने के बाद उन्हें स्थानीय अस्पताल ले जाया गया. डॉक्टर्स इस बात से हैरान थे कि डोना को किसी तरह की कोई चोट नहीं आई थी. अब ये बात लोगों की दिलचस्पी की वजह बनी हुई है कि आखिर डोना जैसी बुजुर्ग इंसान 8 दिन सिर्फ बारिश के पानी पर कैसे जिंदा रही.