रहस्यमयी: सबसे डरावनी और वीरान जगह, यहां जो गया फिर नहीं लौटा, कहा जाता है मुर्दों का शहर

हमारी दुनिया कई अजीब रहस्यों से भरी पड़ी है.

Update: 2021-01-17 08:29 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हमारी दुनिया कई अजीब रहस्यों से भरी पड़ी है. कई बार कुछ ऐसी रहस्यमय जगह लोगों की दिलचस्पी की वजह बन जाती है. जिसके बारे में लोगों को ज्यादा कुछ पता नहीं है. आज हम आपको एक ऐसे अनोखे गांव के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके बारे में कहा जाता है कि वहां जो भी गया, फिर कभी वो वापस लौटकर ही नहीं आ सका. इसलिए इस विचित्र गांव को 'मुर्दों का शहर' भी कहते हैं.


एक जानकारी के मुताबिक, 'मुर्दों के शहर' में दफनाई गई कब्रों को 16वीं शताब्दी में बनवाया गया था. कहा ये भी जाता है कि हर इमारत एक परिवार से ताल्लुक रखती है, जिसमें सिर्फ उसी परिवार के सदस्यों को दफनाया गया है. उत्तरी ओसेटिया में बने इस गांव का नाम दर्गाव्स है. यह इलाका बेहद ही सुनसान और डरावना है. ऊंचे पहाड़ों के बीच बने इस गांव तक पहुंचने का रास्ता भी बेहद ही मुश्किल है.


इस जगह के बारे में स्थानीय लोगों के बीच तरह-तरह की मान्यताएं प्रचलित हैं. लोगों का का मानना है कि इन झोपड़ीनुमा इमारतों में जाने वाला कोई भी इंसान कभी लौटकर नहीं आता. हालांकि, कभी-कभी पर्यटक इस जगह के रहस्य को जानने के लिए आते रहते हैं, ताकि यहां कि सच्चाई का पता लगा सके. यहां सफेद पत्थरों से बने करीब 99 भूतिया मकान हैं. जो इमारत जितनी ऊंची हैं उनमें उतने ज्यादा शव दफनाए गए हैं.

यहां के स्थानीय लोगों के बीच एक अजीब मान्यता ये भी है कि आत्मा को स्वर्ग तक पहुंचने के लिए नदी पार करनी होती है, इसलिए शवों को नाव पर रखकर दफनाया जाता था. हर तहखाने के सामने एक कुआं भी मिला है, जिसके बारे में कहा जाता है कि लोग अपने घरवालों को यहां दफनाने के बाद कुएं में सिक्का फेंकते थे. अगर सिक्का पत्थरों से टकरा जाता है तो इसका मतलब होता था कि आत्मा स्वर्ग तक पहुंच गई.


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