जरा हटके: पेरेंट्स की इच्छा पूरी करना हर बच्चे का सपना होता है. लेकिन ब्रिटेन की एक बेटी ने कुछ ऐसा किया कि पूरी दुनिया में चर्चा होने लगी. मरने से पहले उनकी 93 वर्षीय मां की अंतिम इच्छा थी कि उनकी राख ड्रोन के जरिए हवा में बिखेर दी जाए, ताकि वह हमेशा के लिए इस धरती पर जिंदा रहें. बेटी ने उनकी इच्छा पूरी करने के लिए बिल्कुल वैसा ही किया. मां जिस स्टाइल में यह दुनिया छोड़ना चाहती थीं, उनकी आखिरी इच्छा पूरी कर दी.
ब्रिटिश मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, समरसेट की रहने वाली पॉलीन पोलहिल की 2022 में क्रिसमस की पूर्व पर मौत हो गई थी. उन्हें फेफड़ों का कैंसर था. लेकिन मरने से पहले वह चाहती थीं कि डॉल्फिन के साथ समुद्र में गोता लगाएं. मिकी माउस से मिलने फ्लोरिडा जाएं. बेटी बेवर्ली चार्ली ने बिल्कुल ऐसा ही किया. उनके हर सपने को पूरा करती रही. लेकिन उनकी आखिरी इच्छा और भी दिलचस्प थी.
65 साल की बेवर्ली चार्ली ने बताया, मैं लाउंज में रेडियो चालू छोड़कर रसोई में चली गई, और जब मैं वापस आई तो मां ने पूछा-क्या तुम रेडियो सुन रही थी. मैंने कहा-नहीं. तभी उसने पूछा-क्या हम अपनी राख को ड्रोन से हवा में बिखेर सकते हैं? मैं चौंक गई. क्योंकि मैनें इस सवाल की कल्पना भी नहीं की थी. उन्होंने तुरंत कहा-हां, मैं चाहूंगी कि मेरी राख को भी हवा में उड़ा दिया जाए. मां ने कहा, मैं हेलीकॉप्टर में बैठी हूं, इसलिए मैं चाहती हूं कि ड्रोन के जरिए मेरी राख को हवा में बिखेर दिया जाए. चाली के पति रिचर्ड ने कहा, उन्हें हमेशा से कुछ नया करने का शौक रहा है. उनके सपने हमेशा अलग रहे हैं.
जब मां की मौत हो गई तो चार्ली ने फ्यूनरल कराने वाली कंपनी की तलाश शुरू की. लेकिन ड्रोन से यह काम करने वाला नहीं मिल रहा था. इसी बीच को-ऑप फ्यूनरलकेयर की एरियल एशेज सेवा से संपर्क हुआ. यह राख को जमीन और समुद्र के विभिन्न स्थानों पर बिखेरने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रही थी. रेडस्टॉक की टीम ने 13 अप्रैल का दिन तय किया और उस वक्त पोलिल का पूरा परिवार एक ग्राउंड में मौजूद था. सभी लोगों ने ड्रोन को मिस्टर और मिसेज चार्ली के बगीचे के ऊपर और आसपास राख बिखेरते हुए देखा. चार्ली ने कहा, यह देखना भावुक कर देने वाला था. यह जीवन के जश्न मनाने का उनका तरीका था. वह यही चाहती थी और अब वह स्टाइलिश हो गई है – मुझे लगता है कि उसे यह पसंद आया होगा. तब बैंड बज रहे थे और शायद मेरी मां आसमान में मंद मंद मुस्कुरा रही थीं.