जानिए रोजमर्रा की कुछ रोचक तथ्य, जिनके बारे में जानकार हो जाएंगे हैरान
ये दुनिया बहुत सारी अजीबोगरीब चीजों और रोचक तथ्यों से भरी हुई है और इंसान में भी हमेशा नई चीजों को जानने की जिज्ञासा रहती है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। ये दुनिया बहुत सारी अजीबोगरीब चीजों और रोचक तथ्यों से भरी हुई है और इंसान में भी हमेशा नई चीजों को जानने की जिज्ञासा रहती है, इसलिए जब भी वह कुछ नया देखता है तो उसके बारे में जानकारी लेना शुरू कर देता है लेकिन कुछ चीजें ऐसी भी होती हैं जो रोज हमारी आंखों के सामने होती हैं फिर भी उनसे जुड़ी बातों पर हम ध्यान नहीं देते हैं। ऐसे ही कुछ हैरान कर देने वाले रोचक तथ्य हैं, जो आपकी रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़े हुए हैं। शायद ही आपने कभी इनपर ध्यान दिया हो। तो चलिए जानते हैं ऐसे ही कुछ रोचक तथ्य।
ताश के पत्तों का रोचक तथ्य
किट्टी पार्टी और परिवार में मनोरंजन के लिए ताश तो बहुत से लोग खेलते होंगे। अगर नहीं भी खेले हो तो ताश के पत्तों को तो देखा ही होगा लेकिन क्या आपने कभी इस बात पर ध्यान दिया है कि बादशाह के चार पत्तों से से लाल रंग के पत्ते (जिसे कुछ लोग पान का पत्ता भी कहते हैं) पर बादशाह की मूंछें नहीं होती हैं।
गीत सुनते समय कभी दिया है इस बात का ध्यान?
गाने सुनना किसे पसंद नहीं होता। क्या आपको पता है कि जब आप बहुत खुशी में कोई गीत सुनते हैं तो उसकी धुन पर ध्यान देते हैं लेकिन जब आप दुख में गीत सुनते हैं तो आप उसके शब्दों को समझते हैं।
क्या आपने कभी अपनी कोहनी के केंद्र यानी बीच के हिस्से को अपनी जीभ से छूने की कोशिश की है? ऐसा करना भी बेकार है, क्योंकि आप ऐसा नहीं कर पाएंगे।g
क्या आपने कभी महसूस किया है कि जो सोचते हुए आप सोए हैं, नींद में भी आपको वही महसूस हो रहा है क्योंकि अगर हम सोचते हुए सोते हैं तो नींद में भी आपका दिमाग सोचता रहता है, जिससे जागने के बाद भी आपको ताजगी का अहसास नहीं होता है और आप थका हुआ महसूस करते हैं।
एटीएम कार्ड तो अधिकतर हर कोई इस्तेमाल करता है। ATM मशीन आने के बाद पैसा निकालना लोगों के लिए बहुत ही आसान हो गया लेकिन कभी आपने सोचा है कि एटीएम कार्ड का पिन चार अंकों का ही क्यों होता है। शायद आपको लगता होगा कि चार अंकों को याद रखना आसान है इसलिए। हां ये कुछ हद तक सही भी है लेकिन इसके पीछे भी एक रोचक कहानी है जो शायद आपको नहीं पता होगी। एटीएम मशीन को बनाने वाले व्यक्ति ने सबसे पहले एटीएम के लिए छह अंकों का पिन निर्धारित किया था लेकिन उनकी पत्नी को इसे याद रखने में दिक्कत होती थी इसलिए उन्होंने बाद में इसे चार अंकों का कर दिया हांलांकि आज भी कुछ बैंकों में एटीएम पिन छह अंकों का ही होता है।