Inspiration: दिमाग की शक्ति से कुछ भी कर सकती थी ये महिला, देखें वीडियो

Update: 2022-05-15 10:05 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Russian woman claiming to have psychic powers: फिक्शन बेस्ड ओटीटी कंटेट हो या टीवी सीरियल्स और हॉलीवुड फिल्मों में कई बार ऐसी स्क्रिप्ट लिखी होती है कि उसपर यकीन नहीं होता है. लेकिन जरूरी नहीं कि मनोरंजन के माध्यमों में दिखाई जा रही हर चीज कपोल कल्पना ही हो. यहां बात एक ऐसे केस की जिसमें रूस की एक महिला अपने दिमाग की शक्ति से कुछ भी हिला सकने का दावा करती थी. अपने इसी दावे को पुख्ता करने के लिए किए गए एक LIVE एक्सपेरिमेंट में उसने अपने एक इशारे से मेढ़क के दिल की धड़कन रोक दी थी.

अवचेतन मन की शक्ति
यहां बात रूसी महिला नीना कुलागिना (Nina Kulagina) की जिनका जन्म 1926 को हुआ था. 14 साल की उम्र में उन्होंने रेड आर्मी (Red Army) को जॉइन कर लिया था. दूसरे विश्व युद्ध के दौरान वो सेना की टैंक रेजिमेंट का हिस्सा बन चुकी थीं. मगर जिस समय उनकी शक्तियों की पहचान दुनिया को हुई तबतक वो एक हाउस वाइफ बन चुकी थीं. नीना को जब पहली बार अपनी शक्तियों के बारे में पता चला तब उन्हें लगा कि शायद उन्होंने ये शक्तियां अपनी मां से हासिल की हैं. कुछ लोगों ने मानव दिमाग की इस ताकत को अवचेतन मन की शक्ति (Power of subconscious mind) का नतीजा बताया तो किसी ने इसे एक्स्ट्रा सेंसरी परशेप्शन (Extra Sensory Perception) नाम दिया.
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कैसे हुआ अहसास?
नीना को अचानक एक दिन ये पता चला कि जब वो ज्यादा गुस्से में होती हैं तो वो अपने मन की शक्ति से किसी भी चीज को हिला सकती हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एक बार उन्होंने बताया कि ऐसा करने के लिए कई बार उन्हें मेडिटेशन करना पड़ता था. ताकि वो अपने दिमाग में पहले से मौजूद यादों और हर तरह के खयालों को पूरी तरह हटा दें. जब उन्हें ऐसा होने का संकेत मिलता था तब उनकी रीढ़ की हड्डी में भयंकर दर्द होता था और आंखों में जलन होती थी. उनका ये भी दावा था कि तूफान के कारण उनकी शक्ति अक्सर कम हो जाती थी. उन्होंने एक बार बिना अंडे को हाथ लगाए उसमें से पीला और सफेद हिस्सा अलग-अलग कर दिया था.
रूस ने स्वीकारा, दुनिया ने नकारा
1970 में किए अपने लाइव एक्सपेरिमेंट में नीना ने सभी को हैरान करते हुए अपने एक इशारे से मेंढक की दिल की धड़कनों को रोक दिया. उस दौरान रूसी वैज्ञानिकों ने इस शक्ति पर आंख बंदकर विश्वास कर लिया तो दूसरी तरफ कुछ ब्रिटिश और अमेरिकी लेखकों ने इसे छल करने का एक तरीका बताया था. ऐसे दावों की जांच अमेरिकी वैज्ञानिकों ने भी की थी लेकिन तब वो किसी पुख्ता नतीजे पर पहुंचने में नाकाम रहे थे.


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