मध्य प्रदेश के मंदसौर शहर में 15 अगस्त को नहीं मनाया जाता है स्वतंत्रता दिवस, जानिए इसके पीछे की वजह
देशभर में स्वतंत्रता दिवस के जश्न की तैयारियां चल रही हैं. 15 अगस्त को भारत का स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) मनाया जाता है
देशभर में स्वतंत्रता दिवस के जश्न की तैयारियां चल रही हैं. 15 अगस्त को भारत का स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) मनाया जाता है, ये बात देश का बच्चा-बच्चा जानता है. 15 अगस्त 1947 को हमारा देश अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हुआ था. तभी से 15 अगस्त को भारत में स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है. लेकिन एक जगह ऐसी भी है, जहां इस दिन स्वतंत्रता दिवस नहीं मनाया जाता. जी हां, मध्य प्रदेश के मंदसौर शहर में तारीख नहीं बल्कि तिथि के हिसाब से स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है.
मंदसौर शहर के मशहूर पशुपतिनाथ मंदिर में स्वतंत्रता दिवस तारीख़ के हिसाब से नहीं, बल्कि तिथि के अनुसार मनाया जाता है. ये सिलसिला यहां पिछले 36 सालों से चला आ रहा है. इस बार भी यहां स्वतंत्रता दिवस 8 दिन पहले यानि 7 अगस्त को ही मना लिया गया. पशुपतिनाथ मंदिर मंदसौर में शिवना नदी के पास बना हुआ है. यहां के लोग स्वतंत्रता दिवस ख़ास तारीख नहीं, बल्कि हिंदू पंचांग के आधार पर मनाते हैं. यहां के लोगों का कहना है कि 15 अगस्त 1947 को जिस दिन देश अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हुआ था, हिंदू पंचांग के अनुसार उस दिन श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी थी. इसी तिथि को याद रखते हुए हर साल यहां तिथि के आधार पर आजादी का जश्न मनाते हैं.
यहां तिथि के आधार पर मनाते हैं आजादी का जश्न
स्वतंत्रा दिवस सेलिब्रेशन के दौरान भगवान पशुपतिनाथ को प्रसन्न करने और पूरे देश की खुशहाली की कामना करते हुए मंदिर में दुर्वा अभिषेक किया जाता है. इस दिन यहां खास पूजा-अर्चना कर आजादी का जश्न मनाया जाता है. 1985 से पशुपतिनाथ मंदिर में श्रावण कृष्ण चतुर्दशी को स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है. परंपरा को कायम रखते हुए इस बार भी पशुपतिनाथ मन्दिर में स्वतंत्रता दिवस तिथि के अनुसार सेलिब्रेट किया गया. कोरोनाकाल को ध्यान में रखते हुए पूजा के लिये सिर्फ़ पांच पुरोहित बुलाये गये थे, जिन्होंने अष्टमुखी शिवलिंग का श्रृंगार करते हुए पूजा की.