यहां दूर-दूर से हुक्के का कश लेने आते हैं लोग, पुरुष ही नहीं महिलाओं की भी होती है लंबी लाइन, ये है वजह

‘दूर-दूर से हुक्के का कश लेने आते हैं लोग’

Update: 2021-03-15 10:03 GMT

दुनिया में ऐसे कई मामले हैं, जिनके बारे में सुनकर काफी हैरानी होती है. कई बार तो चीजों पर लोगों को यकीन तक करना मुश्किल हो जाता है. एक ऐसा ही मामला सामने आया है मध्य प्रदेश के उज्जैन से. जहां हुक्के का कश लेकर लोग अपनी बीमारियों का इलाज करवा रहे हैं. ये बात सुनकर भले ही आपको हैरानी हो रही होगी. लेकिन, यह पूरी तरह सच है. तो आइए, जानते हैं आखिर यह मामला क्या है और इसमें कितनी सच्चाई है?

आमतौर पर हुक्के को नशे का सामान माना जाता है. लेकिन, उज्जैन के आयुर्वेदिक कॉलेज में अलग-अलग बीमारियों का इलाज हुक्के के साथ किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि महिलाओं से लेकर पुरुष तक अलग-अलग बीमारियों का इलाज करवाने के लिए उज्जैन के शासकीय धन्वंतरी आयुर्वेदिक हॉस्पिटल में हुक्के का कश लेते हैं. कहा जा रहा है कि इस तरह का पहला ये मेडिकल कॉलेज है, जहां ऐसे लोगों का इलाज किया जा रहा है. जिस हुक्के का कश लोग लेते हैं, वह हर्बल हुक्का होता है.

'दूर-दूर से हुक्के का कश लेने आते हैं लोग'

रिपोर्ट के अनुसार, इस हुक्के का इस्तेमाल दमे का मरीज, सायनस, श्र्वास रोग के मरीजे करते हैं. इतना ही नहीं कुछ कोरोना मरीजों ने भी इस तरीके का इस्तेमाल किया है. आयुर्वेदिक कॉलेज के प्रोफेसर डॉक्टर निरंजन सराफ का कहना है कि इस हुक्के को पीने के लिए लोगों की लंबी लाइनें लगी रहती है. इसमें कई तरह की औषधियां मिलाई जाती है, जिनमें तेज पत्ता, पीपल की छाल, नागर मौसा, बरगद की छाल, मुलैठी, हल्दी समेत कई अन्य चीजों को भी शामिल किया गया है. प्रोफेसर का यह भी दावा है कि कोरोना में भी यह हुक्का काफी प्रभावी है. लिहाजा, काफी दूर-दूर से लोग इस हुक्के का कश लेने के लिए यहां आते हैं.
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