जिम ने खोला कैंसर का राज, 3 सौ किलो वजन उठाने पर सामने आया खौफनाक सच
आज के समय में ज्यादातर युवा फिटनेस कॉन्शियस हो गए हैं. उन्हें इस बात से सबसे ज्यादा फर्क पड़ता है
आज के समय में ज्यादातर युवा फिटनेस कॉन्शियस हो गए हैं. उन्हें इस बात से सबसे ज्यादा फर्क पड़ता है कि वो कैसे दिख रहे हैं? अच्छी बॉडी के लिए वो कई कई घंटे जिम में पसीना बहाते हैं. लेकिन एक शख्स के लिए जिम जाना वरदान (Gym Saves Man Life) साबित हुआ. अगर वो जिम नहीं जाता, तो शायद उसे काफी देर से पता चलता कि उसे कैंसर है, वो भी काफी रेयर तरह का. जिम जाने की वजह से उसे चोट लगी, और कैंसर अपने शुरूआती दौर में ही डिटेक्ट हो गया. अब शख्स का इलाज शुरू कर दिया गया है.
ब्रैंडन जिम में वेटलिफ्टिंग की तैयारी कर रहा था. तभी एक सेशन में उसने करीब तीन सौ किलो से डेडलिफ्ट किया. डेडलिफ्ट कर लेने के बाद उसके पैर सीधे ही नहीं हो रहे थे. ब्रैंडन के मुताबिक़, उसे ऐसा लगा जैसे उसके पैर जमीन में गड़ गए थे. चाहकर भी उसे वो हिला नहीं पा रहा था. जब उसे अस्पताल ले जाया गया तब पता चला कि उसे कैंसर है. उसके बॉडी में एक ट्यूमर बना था, जिसकी वजह से उसे लकवा मार गया था. हालांकि, शुरूआती दौर में ही ये डिटेक्ट हो गया, जिससे खतरा टाला जा सकता था.
काफी समय से था कमर में दर्द
ब्रैंडन को अपने कमर में काफी समय से दर्द महसूस होता था. लेकिन हमेशा वो इसे जिम में एक्सरसाइज की वजह से होने वाला दर्द समझ लेता था. उसने कभी डॉक्टर को दिखाने की कोशिश नहीं की. लेकिन जब तीन सौ केजी डेडलिफ्ट करने के बाद उससे चला नहीं गया, तब उसने डॉक्टर के पास जाने का फैसला किया. वहां पता चला कि असल में ब्रैंडन को इविंग सार्कोमा है. ये एक रेयर किस्म का ट्यूमर होता है, जो हड्डियों में हो जाता है. इसी की वजह से उसे लगातार कमर में दर्द रहता था.
शुरुआत में डॉक्टर्स भी थे कन्फ्यूज
ये कैंसर इतना रेयर है कि शुरुआत में डॉक्टर्स भी इसे पकड़ नहीं पाए. ब्रैंडन को 2021 जुलाई में काफी तेज कमर दर्द हुआ था. तब डॉक्टर्स ने बताया था कि उसकी मसल्स काफी टाइट हैं. इन्हें लूज करने के फिजियोथेरेपी का सहारा लेना होगा. उसने ऐसा किया भी. लेकिन दर्द कमर से पेट तक बढ़ता चला गया. इसके बाद डेडलिफ्ट करने के बाद स्थिति बदतर हो गई और उसे अच्छे से डायग्नोस किया गया. इसी में रेयर कैंसर डिटेक्ट हुआ